घुटनों तक कीचड़ कैसे निकलें बच्चे और कैसे जाएं स्कूल
रास्ते बने दलदल,किल्लत की जिंदगी जीते लोग
ब्यूरो चीफ सौरभ त्यागी जालौन
जालौन जिले के माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के मड़ोरी गांव में रास्तों में पानी भर जाने की वजह से रास्ते दलदल में तब्दील हो जाते है।,जिससे लोगों को निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, ।वहीं एक तरफ सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है कि गांव की तस्वीर बदल जाए। लेकिन कुछ प्रधान मन मर्जी के मालिक होते है, किसी को मालामाल कर देते है। और किसी किसी को देखते भी नही,। ऐसा ही मामला माधौगढ़ विकास खंड क्षेत्र के मडोरी गांव का है, जहां के प्रधान नीरज और सचिव सुमित यादव के द्वारा गांव की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है,गांव में लगभग 10 परिवार रहते है जिनको निकलने के लिए रास्ता भी नही है,रास्ता है भी तो वह सालों से कच्चा पड़ा हुआ है,अब बारिश होने की वजह से उसमे पानी भर गया है,पानी भर जाने से रास्ता दलदल हो गया है,अब जब रास्ता दलदल हो गया तो लगभग 10 परिवार रास्ते से गुजर नही पा रहे है,जब कोई बीमार होता है तो उसी रास्ते में से गांव के लोग चारपाई पर ले जाकर अपने मरीज को गाड़ी में बैठाते है तब कही उपचार हो पाता है,बच्चे कीचड़ के डर से स्कूल नही जा पाते है,देखिए किस कदर लोगों की जिंदगी एक किल्लत भरी जिंदगी हो गई,आखिरकार गांव के लोग प्रधान क्यों बनाते है । क्योंकि प्रधान से लोगों की आशा होती है की गांव कि गलियां सुधारी जायेगी निकलने में परेशानी नहीं होगी गांव की तस्वीर बदलेगी लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ,। क्या इन 10 परिवार के लोगों ने प्रधान को मत नही दिया । जिस वजह से वह परेशान है।, लोगों ने कहा की नीरज प्रधान से कई बार गुहार लगा चुका हूं लेकिन प्रधान का जवाब एक ही रहता है की बन जायेगा लेकिन फिर भी नहीं बना रास्ता और किल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर यहां कर बासिंदे मामला माधौगढ़ विकास खंड क्षेत्र के मडोरी गांव का है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If You have any doubts, Please let me know