*थोड़ी सी समझ, थोड़ा सा अतिरिक्त पोषण और परीक्षा की पूरी तैयारी : डॉ सरमील कुमार डाइटिशियन*
सौरभ त्यागी ब्यूरो जालौन
उरई जालौन
परीक्षा की तैयारी का समय एक अत्यंत महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण कार्य है, खासकर बच्चों के लिए। इस समय में उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देना आवश्यक होता है और इसमें स्वस्थ आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । डॉक्टर सरमील कुमार डाइटिशियन द्वारा तैयार किए गए पोषक आहार चार्ट और सप्लीमेंट्स के सही सेवन से बच्चे अच्छे स्वास्थ्य, विचारशीलता और बेहतर मेमोरी पॉवर से परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। साथ ही उनकी चिंता, डिप्रेशन, ब्लोटिंग, कब्ज और एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं।
यहां, बच्चों के स्वास्थ्य को परीक्षा के समय दुरस्त रखने के लिए एस के डाइट क्लीनिक द्वारा तैयार किए गए कुछ प्रमुख आहार पोषण उपाय :
*नियमित भोजन*: बच्चों को सही समय पर भोजन कराना चाहिए क्योंकि नियमित अंतराल पर खाना खाने से ऊर्जा स्तर में सुधार होता है, जिससे वे परीक्षा की तैयारी में अधिक अच्छा कर सकते हैं।
*फल और सब्जियां*: बच्चों को हर दिन फल और सब्जियां खिलाना चाहिए क्योंकि ये उन्हें आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स प्रदान करते हैं जो स्मृति शक्ति को बढ़ाते हैं।
*हाइड्रेटेड रहें*: पानी का संतुलित सेवन करना बच्चों के लिए जरूरी है क्योंकि लिक्विड ही आपके शरीर मे प्रत्येक सेल को न्यूट्रिशन पहुंचाता है, यह मस्तिष्क में न्यूट्रिशन पहुंचाकर उसको स्वस्थ बनाता है, उसकी सक्रियता को बढ़ाता है जिससे स्मृति बढ़ती है।
*अच्छी नींद* ठीक से सोना मानसिक शक्ति और कोग्निटिव क्षमता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। इसलिए बच्चों का कम से कम 7 घंटे ठीक से सोना मानसिक शक्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
*शारीरिक गतिविधि* मानसिक शक्ति और एनालिटिकल क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि एक्सरसाइज से मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन पहुंचती है, जिससे सकारात्मकता, ध्यान, न्यूरोलॉजिकल फंक्शन और स्मृति में सुधार होता है।
*चिंता और डिप्रेशन* को नियंत्रित करने के लिए पोषण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सही आहार जैसे कि फल, सब्जियां, पूर्ण अनाज आदि। इनमें मौजूद विटामिन, मिनरल्स और आमिनो एसिड्स शरीर के मस्तिष्कीय कार्यों को प्रेरित करते हैं, जिससे मानसिक शक्ति बढ़ती है।
*ब्लोटिंग, कब्ज और एसिडिटी को कम करें*: बच्चों को कब्ज, ब्लोटिंग और एसिडिटी से बैचेनी और दर्द हो सकता है जिससे उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता है, इसलिए डाइटिशियन की सहायता से सही आहार का चुनाव करके मेटाबॉलिज्म को ठीक करना चाहिये।
*बिना तेल और फास्ट फूड*: आपको बच्चों को तेलीय और अनुचित भोजन से दूर रखना चाहिए, क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और स्मृति को कमजोर कर सकता है।
*संतुलित आहार*: बच्चों को हर दिन खाने में संतुलित मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन्स को देना चाहिए। अगर खाने से जरूरी न्यूट्रिशन की पूर्ति नहीं हो पा रही है तो डाइटिशियन की सहायता से अच्छी कंपनी के फूड सप्लिमेंट्स डिफिशिएंसी को कवर करने के लिए दिए जा सकते है, न्यूट्रिलाइट के सप्लिमेंट्स बच्चों के लिए बहुत सेफ माने जाते है।
डाइटिशियन द्वारा सुझाए गए कुछ न्यूट्रिशन व सप्लीमेंट्स और उसके लाभ:-
मेमोरी पॉवर को बढ़ाने के लिए विशेष आहार चार्ट जिसमें अश्वगंधा, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, ओमेगा-3, आयरन फॉलिक, मल्टी-विटामिन, कैल्शियम और प्रोटीन शामिल हैं। इन सप्लीमेंट्स का सही सेवन करके बच्चा अपनी याददाश्त को मजबूत कर सकता है और बेहतर एनालिसिस क्षमता प्राप्त कर सकता है।
*ओमेगा-3 (Omega-3)*: ओमेगा-3 फैटी एसिड, विशेष रूप से डीएचए और ईपीए, मस्तिष्क स्वास्थ्य व विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं । यह मेमोरी पॉवर, मूड नियंत्रण और ध्यान को केंद्र करने व मानसिक शक्ति को बढ़ाते हैं।
*आयरन फॉलिक (Iron Folic)*: आयरन और फॉलिक एसिड हेमोग्लोबिन उत्पन्न करने में मदद करता है, जो शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने में सहायक होता है। यह मस्तिष्क को आवश्यक ऑक्सीजन प्रदान करके मानसिक तनाव को कम करता है और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।
*मल्टी-विटामिन(Multi-Vitamin)*: मल्टी-विटामिन्स में विभिन्न विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो मस्तिष्क की सही क्रियाशीलता, न्यूरोलॉजिकल फंक्शन्स और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं । इसमें विटामिन बी, सी, डी और मिनरल्स होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य और कोग्निटिव क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
*प्रोटीन सम्पन्न आहार*: प्रोटीन शारीरिक और मानसिक स्वस्थ के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाता है। दूध, अंडे, दालें, नट्स और सोया उत्पाद जैसे प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करें।
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