बिधूना के बौद्ध हॉस्पिटल में गलत प्रसव का मामला हॉस्पिटल हुआ सीज
बिधूना के बौद्ध हॉस्पिटल में गलत प्रसव का मामला हॉस्पिटल हुआ सीज
बिधूना औरैया। बिधूना कस्बे के बौद्ध हॉस्पिटल में गलत प्रसव से बच्चा की मौत होने एवं जच्चा की हालत गंभीर होने के मामले में पीड़ित की शिकायत पर दैनिक सूर्योदय भारत अखबार में छपी खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी द्वारा पुलिस सुरक्षा के बीच हॉस्पिटल में छापा मारकर जांच पड़ताल की गई जिसमें 6 बेड आईसीयू बेड एक पैरामीटर वजन मशीन स्टेचर बीटाडीन लोशन स्प्रिट आदि तमाम सामान भी मौजूद मिला लेकिन रजिस्ट्रेशन आदि कोई भी अभिलेख व चिकित्सक मौके पर मौजूद न मिलने पर अस्पताल को सीज कर दिया गया है साथ ही अस्पताल संचालक को अस्पताल से संबंधित अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए 28 सितंबर 2023 को सुबह 10 बजे कार्यालय में उपस्थित होने का हास्पीटल के कर्मचारी को भी नोटिस दिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिधूना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम साहपुर निवासी विनय कुमार पुत्र शिशुपाल सिंह ने बिधूना कोतवाली में शिकायती पत्र दिया था जिसमें कहा गया था कि गत 5 सितंबर 2023 को वह अपनी पत्नी नीलम को प्रसव पीड़ा होने पर बिधूना कस्बे के मोहल्ला कछपुरा दिबियापुर रोड पर स्थित बौद्ध हॉस्पिटल ले गया था जहां पर उसकी पत्नी को इमरजेंसी में भर्ती करने के बाद इलाज के नाम पर उससे 9200 ले लिए गए और दवा भी अलग से दी गई बाद में उससे बिना पूछे जबरदस्ती उसकी पत्नी का प्रसव कराने का प्रयास किया गया जिससे उसके बच्चे की मौत हो गई साथ ही उसकी पत्नी के गुप्तांग भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जिससे उसकी पत्नी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। पीड़ित ने हास्पीटल के चिकित्सा कर्मियों पर जबरन गलत प्रसव कराने का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई थी। इस खबर को दैनिक सूर्योदय भारत अखबार द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिस पर जिले के स्वास्थ्य महकमे द्वारा संज्ञान लेते हुए बुधवार को चिकित्सा विभाग के बिधूना तहसील के नोडल अधिकारी डॉ सिद्धार्थ वर्मा की टीम द्वारा कोतवाली के उपनिरीक्षक मेवालाल रामाशीष आदि पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में अस्पताल की जांच पड़ताल की गई और जांच दौरान हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन आदि अभिलेख व चिकित्सक मौके पर मौजूद न मिलने पर अस्पताल को सीज कर दिया गया साथ ही अस्पताल के संचालक के लिए अस्पताल के कर्मचारी को 28 सितंबर 2023 को सुबह 10 बजे कार्यालय में उपस्थित होकर अभिलेख प्रस्तुत करने का नोटिस भी रिसीव कराया गया। स्वास्थ्य विभाग के छापामार अभियान से क्षेत्र के मानक विहीन अवैध अस्पतालों में हड़कंप मचा हुआ है।
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