कानपुर में IGRS में अधिकारियों का फर्जीवाड़ा:106 अधिकारियों को नोटिस, ADM समेत 32 अधिकारियों ने एक शिकायत का भी नहीं किया निस्तारण-जानिए कारण
कानपुर में IGRS में अधिकारियों का फर्जीवाड़ा:106 अधिकारियों को नोटिस, ADM समेत 32 अधिकारियों ने एक शिकायत का भी नहीं किया निस्तारण-जानिए कारण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष प्राथमिकता की योजनाओं को भी अधिकारी पलीता लगा रहे हैं। आईजीआरएस में आ रही शिकायतों का मौके पर जाए बिना और बिना शिकायतकर्ता से बात किए फर्जी निस्तारण ऑफिस में बैठे-बैठे कर दिया जा रहा है। शिकायतों के निस्तारण में इस प्रकार की लापरवाही को देखते हुए कानपुर डीएम विशाख जी ने पहली बार 106 अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। 3 दिन में जवाब देने को कहा है।
32 अधिकारियों का फीडबैक 100 परसेंट निगेटिव
वन अधिकारी स्तर पर 10 शिकायतें ऑनलाइन की गईं थीं, इन सभी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया। लेकिन जब शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक शिकायतकर्ता से लिया गया तो उन्होंने निस्तारण को लेकर नाराजगी व्यक्त की। इसी प्रकार ग्राम्य विकास विभाग, जिला पंचायती सेल, पंचायती राज विभाग, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम, सब रजिस्ट्रार स्टांप समेत 32 अधिकारियों का 100 प्रतिशत फीडबैक शिकायतकर्ताओं ने निगेटिव दिया।
एक शिकायत का भी नहीं किया गुणवत्तापूर्ण निस्तारण
23 अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनके पास सिर्फ एक या दो ऑनलाइन शिकायत आईं और इन अधिकारियों ने उन शिकायतों का भी गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नहीं किया। इन शिकायतों का फीडबैक लिया गया तो शिकायतकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की। एडीएम सिटी, एडीएम लैंड, एडीएम फाइनेंस, अधिशाषी अभियंता पीडब्लूडी, सीएमओ, कानपुर मंडी सचिव समेत 23 अधिकारी ऐसे हैं, जिनके पास एक या दो शिकायतें आईजीआरएस पर आईं थीं, उनका भी निस्तारण ठीक तरीके से नहीं किया गया।
विभागों में मचा हड़कंप
डीएम द्वारा नोटिस जारी करने के बाद से विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। नोटिस जारी होने के बाद शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर विभागीय अधिकारी फीडबैक को पॉजिटिव करने में जुट गए हैं। डीएम विशाख जी ने बताया कि आईजीआरएस में शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण किया जाना अनिवार्य है। किसी भी लापरवाही अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
नगर आयुक्त का फीडबैक भी ठीक नहीं
नगर निगम में सबसे ज्यादा शिकायतें ऑनलाइन दर्ज की जाती हैं। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन का भी शिकायत निस्तारण में खराब रिकॉर्ड मिला है। उनके लॉगिन में 358 शिकायतें ऑनलाइन आईं थीं, इनमें से 146 ने पॉजिटिव और 212 लोगों ने शिकायत निस्तारण से असंतुष्टि जाहिर की। ऐसे में डीएम ने नगर आयुक्त को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
अपर नगर आयुक्त पर हुई थी कार्रवाई
आईजीआरएस शिकायतों का निस्तारण ठीक से न होने पर नगर आयुक्त ने हाल ही में अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर उनके ट्रांसफर की मांग की थी, जिसके बाद उनका ट्रांसफर झांसी कर दिया गया।
प्रमुख विभाग जो IGRS निस्तारण में फिसड्डी
विभागीय अधिकारी- कुल शिकायतें- निगेटिव फीडबैक
प्रभारी वन अधिकारी- 10- 10 (100 %)
सब रजिस्ट्रार स्टांप, सदर- 23- 22 (97 %)
एसडीएम बिल्हौर- 163- 149 (91 %)
एसडीएम नरवल- 137- 117 (85%)
एसडीएम घाटमपुर- 112- 88 (79%)
अधिशाषी अभियंता पीडब्लूडी- 51- 38 (75%)
नगर आयुक्त, नगर निगम- 358- 212 (59%)
अधिशाषी अभियंता, विद्युत विभाग- 366- 165 (45%)
तहसीलदार, राजस्व एवं आपदा- 50- 29 (58%)
जिला समाज कल्याण अधिकारी- 76- 53 (70%
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