मच्छरों से बचाने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता, साफ-सफाई व जागरूकता पर ज़ोरसीडीओ ने की विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा, कहा-माइक्रोप्लान के अनुसार आपसी समन्वय के साथ आयोजित करें गतिविधियां
सीडीओ ने की विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा, कहा-माइक्रोप्लान के अनुसार आपसी समन्वय के साथ आयोजित करें गतिविधियां
औरैया, 13 जुलाई 2023।बारिश के मौसम में जलजमाव और गंदगी से विभिन्न संक्रामक व संचारी रोग जैसे -डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि के प्रसार की आशंका बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए जनपद में पूरे जुलाई माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किया जा रहा है। इन बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए मच्छरों के प्रजनन के स्रोतों को ख़त्म करना बहुत जरूरी है। इस संबंध में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अनिल कुमार की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने अभियान के तहत अब तक आयोजित गतिविधियों की समीक्षा की और सभी विभागों को निर्देश दिए कि प्रत्येक दिन माइक्रोप्लान के अनुसार आपसी समन्वय के साथ गतिविधियां आयोजित करें।
सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम को समन्वय बनाकर कार्य के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के कार्य को कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाए। प्रतिदिन की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ऑफिस में फोटो के साथ भेजने और सभी गतिविधियां तेज करने के आदेश दिए ताकि इस बार संचारी रोग पर नियंत्रण और भी सुचारू रूप से पाया जा सके। इस मौके पर सभी विभागों ने साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत की । उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान से जुड़े सभी विभागों के नोडल व अन्य अधिकारी दैनिक गतिविधियों की निगरानी एवं पर्यवेक्षण करें।
संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान में अंतर्विभागीय माइक्रो प्लान एवं संवेदीकरण पर चर्चा करते हुए विस्तार से जानकारी दी । पंचायतीराज विभाग को निर्देशित किया कि नालियों की साफ-सफाई, झाड़ियों की कटाई समय समय पर कराते रहें, जिससे मच्छरों की रोकथाम हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए आशा घर-घर जाकर आवश्यक जानकारी दें।
उन्होंने जनपद वासियों से अपील की है कि सभी अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें, झाड़ियां न उगने दें, जलजमाव न होने दें, रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल या लार्वा रोधी रसायन डालें, कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरे शरीर को ढकने वाले के कपड़े पहनें, कोई भी बुखार का लक्षण नजर आएं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच एवं इलाज़ कराएं, झोला छाप डॉक्टर से बचें, बाहर के दूषित भोजन पानी का सेवन न करें।
बैठक में डीटीओ डॉ अशोक राय, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ चेतन शर्मा, यूनिसेफ से डीएमसी नरेंद्र शर्मा, एमआई अभिषेक भदौरिया व प्रवीणा उत्तम सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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