मुलायम के अभेध किले “औरैया” में अध्यक्ष पद पर काबिज होने को मचल रही सपा
उत्तर प्रदेश न्यूज21
औरैया- बेशक, अभी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए तारीख तय न हुई हो और न ही कोई प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू हुई हो मगर मुलायम के अभेद किले “औरैया” में अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए समाजवादी पार्टी अभी से ही मचलने लगी है। यह नजारा तब देखने को मिला जब जीते हुए नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों को प्रमाण पत्र दिलाने के लिए पार्टी के बड़े नेता खुद जिला पंचायत पहुंचे थे। हालांकि इस बार इस पद पर सपा ने लगभग 10 से 11 सदस्य जिता लिए हैं। माना जा रहा है इस पद पर काबिज होने के लिए उन्हें तीन चार सदस्यों की तोड़फोड़ करनी होगी। यह अलग बात है कि भाजपा और बसपा भी इस चुनाव में कूदने के लिए पूरी तरह से बेताब हैं।जिले में इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट अनुसूचित जाति सुरक्षित कोटे में है। औरैया में जिला पंचायत सदस्य कुल 23 हैं। अभी हाल में ही संपन्न हुए पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद जिला पंचायत सदस्य पद पर सबसे ज्यादा सपा समर्थित प्रत्याशी जीत कर आए हैं जबकि बसपा और भाजपा के पास 4-4 सीट पहुंची हैं। कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कब्जा जमाया है। अब जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव होना है। ऐसे में इस चुनाव की तैयारियां राजनीतिक दलों ने तेज कर दी हैं। हालांकि निर्वाचन कार्यालय की ओर से न तो कोई तारीख तय की गई है और न ही कोई चुनावी प्रक्रिया शुरू हुई है मगर इस पद पर कब्जा करने के लिए सभी दल मचलने लगे हैं। सबसे ज्यादा इस पद पर काबिज होने के लिए समाजवादी पार्टी मचलती नजर आ रही है क्योंकि इस बार सपा के पाले में 10 से 11 सीटें आई हैं और अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के लिए 12 सदस्य होना जरूरी होता है इस तरह से समाजवादी पार्टी अपने पाले में आई सीटों को मिलाकर कुछ अन्य लोगों की तोड़फोड़ करने की भी तलाश में हैं। ताकि वह फिर से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा ले। भाजपा बसपा ने भी जोड़-तोड़ शुरू कर दी है । मालूम हो कि औरैया,इटावा, कन्नौज और मैनपुरी को समाजवादी पार्टी का किला माना जाता है और जब सूबे में सपा की सरकार होती है तो इन 4 जिलों को विशेष महत्व मिलता है । ऐसे में अपने किले पर कब्जा बनाए रखने के लिए समाजवादी पार्टी के जिम्मेदार नेता व कार्यकर्ता पूरी जोड़-तोड़ में लगे हुए हैं। यहां बता दें की पिछली बार जब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ था तब समाजवादी पार्टी से राजवीर यादव जिला पंचायत अध्यक्ष बन कर आए थे। हालांकि बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और भाजपा खेमे से चुनाव लड़े दीपू सिंह ने सपा प्रत्याशी सुधीर उर्फ कल्लू यादव को चुनाव हराकर यह सीट अपने पाले में डाल ली थी। अब एक बार फिर से समाजवादी पार्टी खोई हुई सीट को वापस लेने की पूरी तैयारियों में लगी हुई है । देखना यह होगा जब अध्यक्ष पद का चुनाव होगा तब समाजवादी पार्टी इस पद पर काबिज हो पाती है या नहीं । फ़िलहाल हर कोशिश अध्यक्ष पद पाने के लिए सपाइयों द्वारा की जा रही है।
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