यह बंबा है या जंगल पहचान मुश्किल सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही
यह बंबा है या जंगल पहचान मुश्किल
बिधूना,औरैया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिकूपुर बंबा पेड़ पौधों झाड़ियों से पट जाने के कारण अपना अस्तित्व सा खोता नजर आ रहा है। पिछले कई महीने से एक बूंद भी बंबे में टेल तक पानी नहीं पहुंचा है जिससे किसान फसलों की सिंचाई व पलेवा के लिए बेहद परेशान हैं। शिकायतों के बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे हैं जिससे किसानों में आक्रोश भड़क रहा है।
बिधूना तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिकूपुर माइनर के नाम से चर्चित बंबे में सिंचाई विभाग की उदासीनता के चलते साफ सफाई ना कराए जाने से बंबे में उगे पेड़ पौधे खरपतवार से देखने में यह बंबा ऐसा लगता है कि यह बंबा नहीं बल्कि कोई यमुना चंबल के किनारे का जंगल है। सिंचाई विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि इस बंबे में पिछले कई महीने से एक बूंद भी पानी टेल तक नहीं पहुंचा है जिससे इस माइनर के सहारे स्थित गांवों के किसान फसलों की सिंचाई व पलेवा ना कर पाने के कारण बेहद परेशान हो रहे हैं। पीड़ित किसानों द्वारा कई बार इस माइनर की सफाई कराके टेल तक पानी पहुंचाए जाने की गुहार लगाई जा चुकी है किंतु आज तक किसी के कानों पर जूं नहीं रही है जिससे किसानों में सिंचाई विभाग के साथ जिला प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश भड़क रहा है। पीड़ित किसानों ने बताया है कि यदि जल्द उक्त माइनर में टेल तक पानी ना पहुंचाया गया तो उनकी धान की नर्सरी न पड पाने के कारण धान का उत्पादन प्रभावित रहने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बल्लू शर्मा की रिपोर्ट
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