डीएम ने सीएचसी काजीदेवर और वजीरगंज का किया औचक निरीक्षण-गोण्डा
उत्तर प्रदेश न्यूज21
गोण्डा:
◆डीएम ने सीएचसी अधीक्षक वजीरंगज को प्रतिकूल प्रविष्टि देने, वेतन वृद्धि रोकने के साथ ही अनुपस्थित 18 कर्मियों का अग्रिम आदेशों तक रोका वेतन*
◆सीएचसी प्रभारी काजीदेवर सहित 12 कर्मियों का डीएम ने रोका वेतन, परिसर में गन्दगी व अव्यवस्था देख नाराज हुए डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को लगाई कड़ी फटकार
गोण्डा:शनिवार को डीएम मार्कण्डेय शाही ने स्वास्थ्य सेवाओं तथा गेहूं खरीद की स्थिति का जायजा लेने का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा गेहूं क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
डीएम सबसे पहले सीएचसी काजीदेवर पहुंचे। वहां पर डीएम को परिसर में गन्दगी, झाड़ियां, वाटर कूलर गन्दा, कुर्सियां व शीशे टूटे हुए मिले जिस पर डीएम ने मौके पर उपस्थित प्रभारी चिकित्साधिकारी काजीदेवर डा0 एस0एन0 सिंह को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद डीएम ने उपस्थिति रजिस्टर चेक किया तो बीएचडब्लू शुभम मिश्रा, एनएमए अनिल कुमार गुप्ता गैर हाजिर मिले। एलटी नेहा अहसन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा सकी। इसी प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के कर्मियों की उपस्थिति चेक करने पर एमओ शत्रुहन तिवारी स्वयं गैरहाजिर मिले तथा डा0 कविता मिश्रा, रेहाना खातून, डा0 अमरनाथ गुप्ता, विवेक सिंह, प्रिया मिश्रा व विनोद कुमार वर्मा एसएन, पीयूष कुमार एसएम आरआरटी ड्यूटी पर नहीं मिले। सीएचसी अधीक्षक ने डीएम को बताया कि टीम फील्ड में गई हुई है तो डीएम ने सीएचसी प्रभारी से वीडियो काॅल से बात कराने तथा फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने को कहा। सीएचसी प्रभारी वीडियों काॅल से न तो बात करा सके और न ही फोटो ही उपलब्ध करा सके। इससे नाराज डीएम ने चिकित्सा अधीक्षक काजीदेवर डा0 एसएन सिंह का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा आरआरटी ड्यूटी न कर रहे सभी कर्मियों का वेतन रोकते हुए दो दिन के अन्दर जवाब मांगा है तथा संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्यवाही के आदेश सीएमओ को दिए हैं। इसके साथ ही चिकित्सा अधीक्षक को सीएचसी परिसर की साफ-सफाई के लिए एक सप्ताह का समय देते हुए व्यवस्था चााक चाौबन्द न होने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी है। सीएचसी काजीदेवर का निरीक्षण करने के बाद डीएम ने काजीदेवर सीएचसी के बगल ही संचालित पशु चिकित्त्सालय का निरीक्षण किया जो वहां पर ताला लटकता हुआ मिला। डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से मामले में जवाब मांगा है।
सीएचसी काजीदेवर का निरीक्षण करने के बाद डीएम ने सीएचसी वजीरगंज का औचक निरीक्षण किया तो वहां पर ज्यादातर कर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित मिले। सीएचसी वजीरगंज के चिकित्सा अधीक्षक डा0 आशुतोष शुक्ला, एनएमए श्याम लाल, ऑपरेटर जय हिन्द प्रकाश मौर्य, कर्मचारी वेद प्रकाश भारती तीन दिन से गैर हाजिर, आशुतोष वर्मा दो दिन से गैर हाजिर, डा0 पूजा जायसवाल एलएमओ तीन दिन से गैरहाजिर, भावना अवस्थी एलएमओ, गौरव कठेरिया एमओ, कृष्ण मोहन श्रीवास्तव यूडीसी तीन दिन से अनुपस्थित, एचईओ श्याम बहादुर वर्मा विगत 01 मई से लगातार अनुपस्थित, बीएचडब्लू देवराज सिंह व नितिन सिंह अनुपस्थित मिले। कर्मचारी राम सरन को अवकाश पर बताया गया जबकि उसके द्वारा उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर किया गया था।
इसी प्रकार संविदा कर्मियों की उपस्थिति पंजिका चेक करने पर पाया गया कि सरिता त्रिपाठी आरबीएसके एमओ तथा स्टाफ नर्स अरूण नायर, बीपीएम बीना शुक्ला तथा एससी आशुतोष कुमार, बीसीपीएम महेन्द्र कुमार बिना किसी सूचना के अनुपस्थित मिले। नाराज डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी वजीरंगज डा0 आशुतोष शुक्ला को प्रतिकूल प्रविष्टि देने, तीन वेतन वृद्धि रोकने तथा कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही गैर हाजिर सभी 18 कर्मचारियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के अन्दर लिखित जवाब उपलब्ध कराने के आदेश सीएमओ को दिए हैं। उन्होंने सीएमओ को सख्त आदेश दिए हैं कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की समय से शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाय तथा इसके लिए लगातार औचक निरीक्षण वे स्वयं व अन्य अधिकारियों के माध्यम से कराएं। डीएम ने कहा है कि अब वे अपने स्तर से मजिस्ट्रेटों के माध्यम से औचक निरीक्षण कराएगें।
गेहूं क्रय केन्द्र पर औचक पहुंचकर डीएम ने देखा गेहूं खरीद का हाल, किसान से बात कर डीएम ने सुविधाओं के बारे में ली जानकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करने के बाद डीएम श्री शाही पीसीएफ द्वारा संचालित गेहूं क्रय केन्द्र मीरनगंज वीरपुर विसेन पर पहंुचे। वहां पर डीएम ने खरीद के लिए आए हुए किसान से सीधे बात की। मौके पर क्रय केन्द्र प्रभारी सुरेन्द बहादुर मिश्रा उपस्थित मिले। खरीद रजिस्टर का अवलोकन करने पर पाया गया कि सम्बन्धित क्रय केन्द्र पर अब तक कुल 1633 कुन्तल गेहूं की खरीद 32 किसानों से की गई है जिसके सापेक्ष अब तक कुल 19 किसानों को उनके गेहूं का मूल्य भुगतान किया जा चुका है। मौके पर सत्यापन करने पर 2186 बोरे का स्टाॅक पाया गया। बोरों की उपलब्धता के बारे में पूछने पर डिप्टी आरएमओ प्रज्ञा मिश्रा द्वारा बताया गया कि इस वक्त 1334 बोरे उपलब्ध हैं।
जिलाधिकारी ने क्रय केन्द्र्र प्रभारी को सख्त हिदायत दी कि यदि किसी भी किसान को परेशान किए जाने की शिकायत मिलेगी तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि क्रय केन्द्र पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरूस्त कराने के साथ ही कोविड-19 प्रोटोकाॅल का सख्ती से अनुपालन कराया जाय।
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