*भारत का अमृत महोत्सव**विश्व दुग्ध दिवस 1 जून पर विशेष* *मानव पोषण का आधार दुग्ध है सर्वोत्तम आहार--डॉ. रश्मि यादव : ग्रह बैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र परवाहा
*मानव पोषण का आधार दुग्ध है सर्वोत्तम आहार--डॉ. रश्मि यादव : ग्रह बैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र परवाहा
घनश्याम सिंह
औरैया
भारत के अमृत महोत्सव विश्व दुग्ध दिवस 1 जून के अवसर पर सर्वोत्तम आहार दुग्ध पर आयोजित एक विशेष वार्ता में अपना वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए
कृषि विज्ञान केंद्र परवाहा औरैया की ग्रह वैज्ञानिक डॉ रश्मि यादव ने दुग्ध को मानव पोषण का आधार बताया है।।
दूध पर अपना वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए बताया कि पौष्टिकता की दृष्टि से दूध एक मात्र सम्पूर्ण आहार है जो हमारे लिए प्रकृति की देन है। हमारे शरीर को लगभग तीस से अधिक तत्वों की आवश्यकता होती है। कोई भी अकेला पेय या ठोस भोज्य पदार्थ प्रकृति में उपलब्ध नहीं है जिससे इन सबको प्राप्त किया जा सके। परन्तु दूध से लगभग सभी पोषक तत्व प्राप्त हो जाते हैं। इसलिए बच्चों के लिए सन्तुलित व पूर्ण भोजन का स्तर दिया गया है। दूध स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है क्योंकि इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व इसे एक संपूर्ण आहार बनाते हैं। दूध में कैल्शियम, मैगनीशियम, जिंक, फॉस्फो रस, ऑयोडीन, आयरन, पोटेशियम, फोलेट्स, विटामिन ए, विटामिन डी, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 12, प्रोटीन और हेल्दी फैट जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
*दूध का महत्व और फायदे*
स्वास्थ्य के लिए दूध के सेवन से होने वाले लाभों की बात करे तो दूध काफी लाभदायक होता है। इससे सेहत को कई फायदे होते हैं, जो इम्युनिटी बढ़ा कर कई बीमारियों को दूर करते हैं। दूध पर हुई रिसर्च के अनुसार, दूध ओज व रस को तो बढ़ाता है इसके अलावा इसके सेवन से वात पित्त कम होता है, वीर्य बढ़ता है साथ ही यह भारी और ठंडा भी होता है। कहा जाता है दूध बेशक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इसके सेवन से पहले कुछ बातें जाननी बहुत जरूरी होती हैं, जैसे कि जो दूध आप ले रहे हैं वह किस जानवर का है, दूध का सेवन कब और कैसे करना चाहिए आदि।
*किस समय करें दूध का सेवन*
सेहत के लिए फायदेमंद चीज के सेवन का लाभ शरीर को तभी मिलता है, जब उसे उचित समय पर उचित प्रकार से लिया जाए दूध को लेने का भी समय है। जिससे यह सेहत को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाता है। सुबह के समय निकाला गया दूध शीतल होता है, जो देर से पचता है। अतिसार के मरीजों को इस दूध का सेवन करना चाहिए। वहीँ शाम के समय निकाला गया दूध कब्ज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह सारक होता है। ज्यादा देर तक उबला गया दूध भारी हो जाता है जिसके सेवन से बचना चाहिए।
दूध का सेवन के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कई बार कुछ गलत चीजों के साथ दूध का सेवन करने से यह लाभ की बजाय नुकसान पहुंचाता है। मछली के साथ कभी भी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध को खट्टी चीजों के साथ नही लेना चाहिए। इसके अलावा मोठे लोगों को केले के साथ दूध नहीं पीना चाहिए।
*गाय का दूध*
गाय के दूध में प्रति ग्राम ३.१४मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। आयुर्वेद के अनुसार गाय के ताजा दूध को ही उत्तम माना जाता है।
गाय का दुघ पतला होता हे जो शरीर मे आसानी से पच जाता । जो लोग कम खाया करते हे उनके लिए गाय का दूध बढिया रहता है।
*भैंस के दूध*
भैंस के दूध में प्रति ग्राम ०.६५ मिली ग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है।
भैंस के दूध में गाय के दूध की तुलना में ९२ प्रतिशत कैल्शियम, ३७ प्रतिशत लौह और ११८ प्रतिशत अधिक फॉस्फोरस होता है।
इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ॰ एच. एस. छाबड़ा के अनुसार गाय के दूध से बेहतर भैंस का दूध होता है। उसमें कम कोलेस्ट्रॉल होता है और मिनरल अधिक होते हैं,भैंस का दुध वजन ओर मांस पेशी मजबुत करता हे। आयुर्वेद के अनुसार जो लोग अखाड़े मे जाते हे उनके लिए सबसे बेस्ट है।
*पैक्ड दूध*
इस तरह का दूध मदर डेयरी, अमूल, पराग, आँचल जैसी कंपनियां सप्लाई करती हैं। इसमें विटामिन ए, लौह और कैल्शियम ऊपर से भी मिलाया जाता है। इसमें भी कई तरह के जैसे फुल क्रीम, टोंड, डबल टोंड और फ्लेवर्ड मिल्क मिलते हैं। फुल क्रीम में पूर्ण मलाई होती है, अतः वसा सबसे अधिक होता है। इन सभी की अपनी उपयोगिता है, पर चिकित्सकों की राय अनुसार बच्चों के लिए फुल क्रीम दूध बेहतर है तो बड़ों के लिए कम फैट वाला दूध।
*दूध के मूल्यवर्धन*
दूध सम्पूर्ण आहार के साथ-साथ जल्दी खराब हो जाने वाली पेय है। इसलिए दूध के स्वरूप को बदल कर हम ज्यादा दिनों तक रख सकते हैं साथ ही साथ दूध के मूल्यवर्धन द्वारा ज्यादा आमदनी बना सकते हैं। दूध से उत्पादित पदार्थों के पहले हमें यह जानकारी हासिल करना जरूरी है कि दूध की मांग किस रूप में ज्यादा है।
*दूध से बने पदार्थ*
संघनित पूर्ण दूध पदार्थ खीर, खोआ, रबड़ी, कुल्फी, आईस्क्रीम
*पूर्ण दूध जमाकर बनने वाले पदार्थ*
दही, पनीर, छेना, श्रीखंड, चीज़
*दूध से मथकर बना पदार्थ*
मक्खन, घी, लस्सी, मट्ठा
आज के दौर में लोग पौष्टिक आहारों को छोड़ बाहर के जंक फ़ूड को चुनते हैं। दूध के सेवन के समय भी कुछ ऐसा ही होता है। आज लोगों के जीवन में दूध जैसे संपूर्ण आहार की महत्वता काफी कम हो चुकी है। इंटरनेशनल डेयरी जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग रोजाना कम से कम एक ग्लास दूध पीते हैं, वे हमेशा मानसिक और बौद्धिक तौर पर बेहतर स्थिति में होते हैं। दूध की महत्वता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ही हर वर्ष वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जाता है, ताकि दुनिया भर में दूध के लाभ और आजीविका में डेयरी प्रोडक्ट्स के योगदान के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके।।
फ़ोटो: ग्रह वैज्ञानिक डॉ.रश्मि यादव
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