विश्व मलेरिया दिवस (25 अप्रैल) विशेष,कोरोना वायरस के दौर में मलेरिया से भी रहें सावधान
उत्तर प्रदेश न्यूज21
इटावा:हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को मलेरिया के बारे में जागरूक करना और इस बारे में सतर्क रहने की सलाह देना कि वह मलेरिया की चपेट में आने से बचे रहें। विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा इस बार विश्व मलेरिया दिवस पर इसकी थीम ‘शून्य मलेरिया लक्ष्य तक पहुंचना’ रखी गई है।
कोरोना महामारी के बीच विश्व मलेरिया दिवस के बारे में उस प्रकार से जागरूकता अभियान और रैलियां नहीं आयोजित की जा सकतीं, जिस प्रकार से हर साल की जाती थी। लेकिन फिर भी आशा कार्यकर्ता के माध्यम से लोगों को कोरोना से बचने के साथ ही मलेरिया से किस प्रकार बचा जाये जानकारी दी जाएगी यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी नीरज दुबे का। डीएमओ नीरज दुबे ने बताया कि मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो मच्छर के काटने से होती है और इंसान को सही समय पर इलाज ना मिले तो इस कारण मौत भी हो जाती है। मलेरिया मादा मच्छर के काटने के कारण होता है। एक मादा मच्छर एक बार में 300 से भी अधिक अंडे देने की क्षमता रखती है। मलेरिया फैलने के लिए जिस प्रजाति के मादा मच्छरों को जिम्मेदार माना जाता है उनका नाम ‘एनाफिलीज मच्छर’ है। बारिश के मौसम में एनाफिलीज मच्छरों का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ जाता है |
डीएमओ ने कहा कि बदलते हुए मौसम में यदि आपको कभी भी मच्छर काटने की वजह से ऐसी शिकायत दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। मलेरिया की जाँच की सुविधा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मौजूद है |
मलेरिया के लक्षण
• संक्रमित व्यक्ति को तेज सिर दर्द होता है
• उसे उल्टी या मितली जैसे लक्षण दिखाई देते हैं
• तेज बुखार आता है
• ठंड लगकर या फिर कंपकंपी के साथ बुखार आता है
• बुखार लंबे समय तक बना रहता है
• थोड़ी-थोड़ी देर पर प्यास लगती है
• हाथ और पैर में ऐंठन बनी रहती है
• थकान और कमजोरी महसूस होती है
• घबराहट और बेचैनी जैसा अनुभव होता है
• बहुत ज्यादा ठंड लगती है
मलेरिया से बचने के उपाय
• अपने आसपास कहीं पर भी पानी ना इकट्ठा होने दें।
• बारिश होने से पहले घर की छत पर पड़े टायर या फिर गमलों को पूरी तरह से ढक दें ताकि उनमें पानी इकट्ठा न हो पाए।
• कूलर के पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
• घर के फर्श और आसपास की जगह को फिनॉयल जैसे कीटाणुनाशक से साफ करते रहें।
• अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में रह रहे हैं जहां पर बहुत ज्यादा मच्छर हैं तो रात को सोते समय मच्छर मारने वाली क्वाइल या फिर मच्छरदानी लगाकर सोएं।
• बारिश के दिनों में ऐसे कपड़े पहनें जिससे हाथ और पैर पूरी तरह से ढके रहें ताकि मच्छर आपको काटे ना।
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