अब सड़कों पर नहीं दिखेंगे मानसिक मंदित, 18 करोड़ की लागत से बनेगा आश्रय घर, रोटी-कपड़ा भी फ्री
उत्तर प्रदेश न्यूज21संवाददाता
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की पहल। बीते साल विभाग के प्रस्ताव पर शासन की ओर से लगी थी मुहर। बजट का भी किया था प्रावधान अब कगजों से जमीनी स्तर पर निर्माण। आश्रय घरों में मानसिक मंदितों को भोजन कपड़ा चिकित्सा व मनोरंजन जैसी सुविधाएं।
लखनऊ:कड़कड़ाती ठंड हो या फिर बारिश, तेज धूप हो या फिर कोहरा। इन सबसे बेखबर सामाजिक तिरस्कार का दंश झेल रहे मानसिक मंदितों को तो आपने जरूर देखा होगा। आपका दिल भी उनकी सेवा करने या फिर उन्हें देखकर पसीजता जरूर होगा। दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की पहल पर ऐसे सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले निराश्रित मानसिक मंदितों को सहारा देगा। इसकी कवायद शुरू हो गई है। राजधानी के मोहान रोड पर आश्रालय का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग और सामाजिक संगठनों के सहयोग से राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में ऐसे आश्रय घरों को खोलेगा जहां सड़क के किनारे, रेलवे स्टेशनों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर मानसिक मंदितों को लाकर रखा जाएगा। विभाग की ओर से सभी जिलों के जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के अधिकारियों को आश्रयालय खोलने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। बीते साल विभाग के प्रस्ताव पर शासन की ओर से न केवल मुहर लगा दी गई बल्कि इसके लिए 18 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया था। आश्रय घरों में मानसिक मंदितों को भोजन, कपड़ा, चिकित्सा व मनोरंजन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
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