शासन प्रशासन को गुमराह करते षड्यंत्रकारी लोग
*!न्यायालय में विचाराधीन मुकदमों के चलते अराजक तत्वों के द्वारा जमीन हड़पने के संबंध में दिए जा रहे फर्जी प्रार्थना पत्र----**
*!! शासन प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं षड्यंत्रकारी लोग!! **
*!! यह मामला गांव शंकरपुर मुश्किल थाना क्षेत्र कुठौन्द का!! **
कुठौन्द जालौन 22 दिसंबर जनपद जालौन के आखिरी सीमा पर एक विद्यालय संचालित है जिसमें कई वर्षों से लगभग 20 वर्षों से शिक्षण कार्य चल रहा है तथा शासन प्रशासन से व शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय को मान्यता प्रदान की गई है जिस पर आज यह नक्शा लोग अपने को बहुत ही पहुंच वाले तथा कद्दावर नेता का रूप धारण कर विद्यालय संचालन कर्ता नरेंद्र कुमार को अनैतिक परेशान कर रहे हैं उपरोक्त लोग जो षड्यंत्रकारी लोग रामकरण पुत्र मुन्नीलाल व माता प्रसाद कृष्ण गोपाल फूल सिंह यशवंत दशरथ सिंह ललित कुमार के द्वारा गलत आरोप लगाया जा रहा है लेकिन ऐसा नहीं है बाकी आया है कि आज से लगभग 50 वर्ष पूर्व बुजुर्गों द्वारा घरेलू बंटवारा किया गया था जिस जमीन पर अपने-अपने आराजी नंबरों पर काबिल चले आ रहे हैं अब इन लोगों की मनोवैज्ञानिक दशा नहीं समझ में आती है कि यह लोग किस बात का बदला ले रहे हैं यह बात विद्यालय संचालक नरेंद्र कुमार के समझ में नहीं आ रहा है कि आखिरकार इतने वर्षों तक कोई अवैध जमीन के संबंध में विवाद की स्थिति पैदा नहीं की गई ना जमीन के संबंध में कोई भी इस प्रकार की मानवता वि हीन भावना रही है जब विद्यालय के संचालक नरेंद्र कुमार के खिलाफ आए दिन प्रार्थना पत्र द्वारा झूठे आरोप लगाकर दिए गए तब संचालक द्वारा दिनांक 17 अगस्त 2020 को न्यायालय सिविल जज (जू०डि०) जालौन के यहां इस मामले के संबंध में वाद दाखिल किया गया जिस पर मुकदमा विचाराधीन चल रहा है जिसकी नियत तिथि 27 जनवरी 2021 है उपरोक्त बाद मुकदमा संख्या 224 बटा 2020 नरेंद्र कुमार बनाम गजराज आदि में गाटा संख्या 130 बटा 0.4 45 मौजा शंकरपुर गांव मुस्तकिल परगना जालौन जिला जालौन के बाबत स्थाई निषेधाज्ञा आबाद विचाराधीन चल रहा है फिर भी उपरोक्त रामकरण माता प्रसाद फूल सिंह कृष्ण गोपाल आदि के द्वारा भ्रामक फर्जी प्रार्थना पत्र द्वारा जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी तथा उप जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर ब्राह्मण की स्थिति पैदा कर रहे हैं जबकि इस प्रकार की कोई वास्तविक स्थिति ना तो दबंग प्रवृत्ति की है ना कोई प्रकार का लड़ाई झगड़ा आदि करने के लिए कभी कोई प्रदर्शन किया गया जबकि संचालक द्वारा कभी भी कोई भी प्रकार का विवाद नहीं किया गया जो कि उपरोक्त लोगों द्वारा नरेंद्र कुमार आदि के खिलाफ 156 (3 )के तहत फर्जी मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र किया जा रहा है षड्यंत्र कार्यों द्वारा भी पूरे मामले को फर्जी तरीके से असली मनाने में प्रयास किया जा रहा है और एक व्यवस्था राजनैतिक षड्यंत्र कार्यों द्वारा यह तक भ्रामक रूप धारण कर रहे हैं जिससे जिला प्रशासन को आए दिन फर्जी प्रार्थना पत्र देकर तथा धरना प्रदर्शन कर महिलाओं को साथ ले जाकर जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है संचालक नरेंद्र कुमार द्वारा प्रेस वार्ता के माध्यम से इस समस्या का प्रकाशन कराया जा रहा है कि हमारे साथ हो रहे अन्याय को समाचार पत्रों के द्वारा जिला प्रशासन को जानकारी हो सके इसलिए प्रशासन से अनुरोध है कि इस प्रकरण की बड़े गहनता से उच्च अधिकारियों द्वारा मौके पर आकर जांच की जानी चाहिए और तभी इसका समाधान निकल सकेगा और दूध का दूध पानी का पानी हो सकेगा यही शासन प्रशासन से गुहार है!
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