मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है परिवार नियोजन
नवनीत गुप्ता उत्तर प्रदेश न्यूज21
औरैया:परिवार नियोजन के साधनों के बारे में लोगों में जागरूकता लाने और सही समय पर परिवार नियोजन के साधनों के प्रयोग के लिए सोमवार को सीएमओ सभागार में ब्लॉक भाग्यनगर और अजीतमल के कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर्स व एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। अब यह सभी अपने क्षेत्र में जाकर अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देंगी। इस दौरान बताया गया कि परिवार नियोजन मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है।
स्वास्थ्य चिकित्साधिकारी अजीतमल/मास्टर ट्रेनर डॉ. निशा वर्मा ने बताया कि यदि समाज परिवार नियोजन के साधनों को सही समय पर अपनाता है तो मातृ मृत्यु दर में 30 प्रतिशत और शिशु मृत्यु दर में 10 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकती है। प्रदेश में 12000 महिलाएं हर वर्ष गर्भावस्था में जटिलताओं के कारण काल के गाल में समा जाती हैं।परिवार नियोजन के साधनों का सही समय पर प्रयोग करने से 3600 महिलाओं को बचाया जा सकता है। इसी तरह परिवार नियोजन साधनों के सही समय प्रयोग से शिशु मृत्यु दर में भी 10 प्रतिशत की कमी लाई जा सकती है। सीएमओ डॉ.अर्चना श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ संजय यादव व ब्लॉक अजीतमल के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी व प्रशिक्षक शिवेंद्र शुक्ला ने भी जागरूकता के उपाय बताए।
औरैया। परिवार नियोजन के साधनों के बारे में लोगों में जागरूकता लाने और सही समय पर परिवार नियोजन के साधनों के प्रयोग के लिए सोमवार को सीएमओ सभागार में ब्लॉक भाग्यनगर और अजीतमल के कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर्स व एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। अब यह सभी अपने क्षेत्र में जाकर अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देंगी। इस दौरान बताया गया कि परिवार नियोजन मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है।
स्वास्थ्य चिकित्साधिकारी अजीतमल/मास्टर ट्रेनर डॉ. निशा वर्मा ने बताया कि यदि समाज परिवार नियोजन के साधनों को सही समय पर अपनाता है तो मातृ मृत्यु दर में 30 प्रतिशत और शिशु मृत्यु दर में 10 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकती है। प्रदेश में 12000 महिलाएं हर वर्ष गर्भावस्था में जटिलताओं के कारण काल के गाल में समा जाती हैं।
परिवार नियोजन के साधनों का सही समय पर प्रयोग करने से 3600 महिलाओं को बचाया जा सकता है। इसी तरह परिवार नियोजन साधनों के सही समय प्रयोग से शिशु मृत्यु दर में भी 10 प्रतिशत की कमी लाई जा सकती है। सीएमओ डॉ.अर्चना श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ संजय यादव व ब्लॉक अजीतमल के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी व प्रशिक्षक शिवेंद्र शुक्ला ने भी जागरूकता के उपाय बताए।
स्वास्थ्य चिकित्साधिकारी अजीतमल/मास्टर ट्रेनर डॉ. निशा वर्मा ने बताया कि यदि समाज परिवार नियोजन के साधनों को सही समय पर अपनाता है तो मातृ मृत्यु दर में 30 प्रतिशत और शिशु मृत्यु दर में 10 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकती है। प्रदेश में 12000 महिलाएं हर वर्ष गर्भावस्था में जटिलताओं के कारण काल के गाल में समा जाती हैं।परिवार नियोजन के साधनों का सही समय पर प्रयोग करने से 3600 महिलाओं को बचाया जा सकता है। इसी तरह परिवार नियोजन साधनों के सही समय प्रयोग से शिशु मृत्यु दर में भी 10 प्रतिशत की कमी लाई जा सकती है। सीएमओ डॉ.अर्चना श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ संजय यादव व ब्लॉक अजीतमल के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी व प्रशिक्षक शिवेंद्र शुक्ला ने भी जागरूकता के उपाय बताए।
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