उन्नाव में सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती नगर एकता एवं अखंडता दिवस के रूप में मनाई गई
ब्यूरो चीफ रोहित शर्मा मौरावां उन्नाव-/लौह पुरुष भारत रत्न सरदार बल्लभ भाई पटेल व महर्षि वाल्मीकि की जयंती शनिवार को नगर एकता एवं अखंडता दिवस के रूप में मनाई गई। जिसमें समाज के विभिन्न वर्गो के अलावा छात्र-छात्राओं आदि ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही अधिकारियों ने अपने कार्यालयों में कर्मचारियों को एकता की शपथ भी दिलाई।सरदार बल्लभ भाई पटेल की 143वीं व महर्षि वाल्मीकि की जयन्ती कोविड 19 का पालन करते हुए बड़े सादगी के साथ मनाई गई। एस डी एम राजेन्द्र कुमार ने परिसर में लौह पुरूष व महर्षि के चित्रों पर माल्यार्पण कर कर्मचारियों को शपथ दिलाई। समेत अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों में भी जयंती मनाई गयी ।
सन डी सन पब्लिक इंटर कॉलेज सफीपुर में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई सरदार पटेल महर्षि वाल्मीकि की जयंती, विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक प्रमोद यादव ने सरदार पटेल जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया, तथा शिक्षकों ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर अपने अपने विचार प्रस्तुत किए, विद्यालय के शिक्षक मधुसूदन यादव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल व महर्षि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया एक सपना था,की वो पूरे भारत को राष्ट्रीय एकता के रूप में निरूपित करें,आज हम सभी को मिलकर उनके सपनों को साकार करना होगा,तथा हम अपने भारत में राष्ट्रीय एकीकरण को व्यवस्थित रखेंगे ।
उन्होंने कहा सरदार जी महर्षि का व्यक्तित्व कितना विशाल था। सरदार यानि नेतृत्व करने का गुण तो उनमें जन्मजात था ही। संघर्षो में तपकर उनका मनोबल लोहे की तरह दृढ़ हो गया था।
अपनी इसी इच्छाशक्ति व दृढ़ मनोबल के दम पर उन्होंने देश की आजादी के बाद एक भारत बनाने का ऐसा मुश्किल काम कर दिखाया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। भारत के राजनीतिक इतिहास में सरदार पटेल के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता
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