चाचा की दुनाली बंदूक लेकर भतीजे ने दी पत्रकार को जान से मारने की धमकी पत्रकार ने किया जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत , उपनिरीक्षक लगा रहे फर्जी रिपोर्ट
संवाददाता रोहित सविता पत्रकार उत्तर प्रदेश न्यूज़21
मौरावां उन्नाव
सरेनी थाना में तैनात उपनिरीक्षक वीर सिंह के फर्जी रिपार्ट लगाए जाने के बाद पीड़ित पत्रकार ने पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र रजिस्ट्री के माध्यम से भेजा
लाइसेंसधारी पवन यादव को आंखों से कम दिखाई पड़ता है इसलिए उसकी दुनाली बंदूक का इस्तेमाल उसका भतीजा अभिषेक यादव उर्फ गोलू करता है। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल में है।
सरेनी/रायबरेली।
सरेनी/रायबरेली।
जहां एक और प्रदेश में अपराधियों का बोलबाला है अपराधिक घटनाओं में दिन पर दिन बढ़ोतरी हो रही है दिन पर दिन हो रहे हैं अपराधिक घटनाएं योगी सरकार की लेकर की बनी हुई हैं आजकल असलहे लहराना और किसी को गोली मार देना आम बात हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम गुरुदत्त खेड़ा मजरा पहुरी ब्लॉक सरेनी तहसील लालगंज में पवन यादव। पुत्र स्वर्गीय बिंदादीन यादव लखनऊ स्थित एक नर्सिंग होम में गार्ड की नौकरी करता है सूत्रों के मुताबिक उसके नाम दुनाली बंदूक का लाइसेंस है लेकिन गांव में उसका भतीजा अभिषेक यादव उर्फ गोलू दुनाली बंदूक लेकर रौब झड़ता है।
गुरुदत्त खेड़ा मजरा पहुरी ब्लॉक सरेनी तहसील लालगंज
के ग्रामीण योगेंद्र गौतम ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर किया था। जिसमे शिकायत अवैध रूप से ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किए भूमाफिया पवन यादव के खिलाफ थे। यही पवन यादव लखनऊ स्थित एक नर्सिंग होम में गार्ड की नौकरी करता है और इसका भतीजा अभिषेक यादव उर्फ गोलू ने गांव में चाचा पवन यादव की बंदूक लेकर शिकायत करने वाले ग्रामीणों में पत्रकार योगेंद्र गौतम को जान से मारने की धमकी और शिकायत वापस न लेने पर अपने चाचा पवन यादव की बंदूक का रौब झड़ता है । विश्वसनीय सूत्रोंं के अनुसार लाइसेंसधारी पवन यादव को नेत्र विकार है और वह चश्मेे का उपयोग करता हैैैै इसलिए उसकी लाइसेंसी दुनाली बंदूक का इस्तेमाल उसका भतीजा अभिषेक यादव उर्फ गोलू करता हैै। जिसकी कई तस्वीरें दुनाली बन्दूक लेकर सोशल मीडिया में वायरल है और वह अपने चाचा की दूनाली बंदूक लेकर रौब ग्रामीणों में झाड़ता रहता है।
शिकायतकर्ता पत्रकार योगेन्द्र गौतम ने बताया कि
सूत्रों के मुताबिक पवन यादव को कम दिखाई देता है बावजूद उसका लाइसेंस कैसे निर्गत हुआ यह भी एक सवालिया प्रश्न है।
शिकायतकर्ता योगेंद्र गौतम ने बताया कि दुनाली बंदूक का अधिकतर इस्तेमाल उसका भतीजा अभिषेक यादव करता है और अक्सर गाँव मे लोगों को चाचा पवन यादव के विरुद्ध शिकायत करने वाले लोगो को जान से मारने की धमकी दिया करता है। शिकायतकर्ता योगेन्द्र गौतम ने बताया कि अगर समय रहते पुलिस ने ध्यान नहीं दिया तो कोई भी अनहोनी की घटना घट सकती है सिवाय पछतावे के कुछ नहीं होगा ।अभी विगत दिवस जब कानूनगो और लेखपाल गांव में शिकायतकर्ता योगेन्द्र गौतम की जांच पर गांव आए हुए थे ।तब लाइसेंसधारी पवन यादव के भतीजे अभिषेक यादव उर्फ गोलू ने कानून गो लेखपाल के गांव से जाते ही शिकायतकर्ता योगेन्द्र गौतम को चाचा पवन यादव की दूनाली बन्दूक का रौब दिखाकर जाति सूचक गालिया और शिकायत वापस लेने का जबरन अनैतिक दवाब भी बनाया। गाली गलौज करने वाले युवक के विरुद्ध शिकायती पत्र पत्रकार योगेन्द्र गौतम ने मुख्यमंत्री के
पुलिस अधीक्षक रायबरेली से जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत 400158 20014293 पर किया था। जिसमें सरेनी थाना के उपनिरीक्षक वीर सिंह ने भ्रामक रिपोर्ट लगाकर शिकायतकर्ता को गुमराह करने का प्रयास किया।
शिकायत में आरोपी के लाइसेंस पर स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की रिपोर्ट नही जो शिकायतकर्ता ने आइजीआरएस पोर्टल के माध्यम से शिकायत किया था ।और आरोपी की भूमि संक्रमणीय है इसका दावा तथा प्रमाणित करने वाले जांच अधिकारी के पास क्या अभिलेख या प्रमाण है। सरेनी थाने के उपनिरीक्षक वीर सिंह ने शिकायतकर्ता की संक्रमणीय भूमि पर कब्जे की बात कही है। जबकि शिकायतकर्ता के घरों के पीछे आबादी की भूमि पर दबंग पवन यादव का कब्जा है जिसकी शिकायत लगातार शिकायतकर्ता योगेंद्र गौतम कर रहा है वही शिकायत लाइसेंस पर आरोपी के स्वास्थ्य प्रमाण की है तो उसमें आख्या देने वाले उपनिरीक्षक की जमीन विवाद को खीचना निराधार है। लाइसेंस लधारी पवन यादव को नेत्र विकार है इसलिए उसकी लाइसेंसी बंदूक इस्तेमाल उसका भतीजा करता है अनफिट व्यक्ति का लाइसेंस कैसे जारी किया गया इसकी जांच करवाई जा।
.शिकायतकर्ता योगेंद्र गौतम पने बताया कि उसको दबंग पवन यादव और उसके भतीजे अभिषेक यादव उर्फ गोलू से जानमाल का खतरा है अगर मेरे साथ कोई भी गांव क्षेत्र में घटना घटित होती है तो उसके जिम्मेदार सरेनी थाना प्रभारी और रायबरेली पुलिस होगी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने मामले की गंभीरता को देखते हुए जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से 4 बार शिकायत किया। लेकिन सरेनी थाना के उपनिरीक्षक वीर सिंह ने शिकायतकर्ता की रिपोर्ट को गंभीरता से न लेते हुए भ्रामक जानकारी देकर गुमराह करने का प्रयास किया। जिसके बाद पीड़ित पत्रकार ने पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र रजिस्ट्री के माध्यम से भेजकर न्यायोचित कार्यवाही करने की मांग उठाई है।
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