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कल यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट, यहां कर सकेंगे चेक

कल यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट, यहां कर सकेंगे चेक

UP Board 10th 12th Result 2020: यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का परिणाम एकसाथ कल शनिवार को 12:00 बजे घोषित होगा। 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक दो साल की मेहनत का नतीजा जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बोर्ड की 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं कोरोना का संक्रमण फैलने से पहले क्रमश: 3 और 6 मार्च को समाप्त हो गई थी। कॉपी जांचने का काम 16 मार्च को शुरू हुआ था लेकिन कोरोना के कारण 18 मार्च से टालना पड़ा था। उसके बाद 5 मई से ग्रीन जोन और 12 मई से ऑरेंज जोन में मूल्यांकन शुरू होकर जून के पहले सप्ताह तक सभी जिलों में कॉपियां जांचने का काम पूरा हो गया। समय से रिजल्ट देने के लिए पहली बार यूपी बोर्ड ने अलग से पोर्टल बनाकर छात्र-छात्राओं के प्रैक्टिकल एवं लिखित परीक्षा समेत अन्य सूचनाओं को अपडेट किया। इससे एक तो बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों को रिजल्ट तैयार करवाने के लिए दूसरे राज्य नहीं जाना पड़ा और समय के अंदर रिजल्ट भी तैयार हो गया। 

मिलेगी डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट
यूपी बोर्ड 2020 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट देने जा रहा है।
 27 जून को 12.00 बजे परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट तो अपलोड कर दिया जाएगा। लेकिन सचिव नीना श्रीवास्तव के डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट अपलोड होने में दो-तीन का समय लगेगा। सूत्रों के अनुसार हर साल रिजल्ट के समय इंटरनेट से जो अंकपत्र बच्चों को मिलता है उसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं होती। लेकिन डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट प्रवेश से लेकर नौकरी तक में मान्य होती है। यही कारण है कि पहले इंटरमीडिएट के बच्चों को ये विशेष रूप से तैयार अंकपत्र देने की तैयारी है ताकि उन्हें आगे स्नातक या अन्य प्रवेश में किसी तरह की परेशानी न हो। बाद में हाईस्कूल के बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। 

यूपी बोर्ड रिजल्ट के इस बार भी फीलगुड रहने के आसार
घबराने की खास बात नहीं है क्योंकि इस बार का परिणाम पिछले साल की तरह ही फीलगुड वाला रहने के आसार हैं। सूत्रों के अनुसार परिणाम में कोई बड़े उलटफेर के आसार नहीं है। 2019 में हाईस्कूल के 80.08 प्रतिशत और इंटर के 70.06 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए थे। इस बार भी सफलता का प्रतिशत पिछले साल के आसपास रहने के आसार हैं।

घबराएं नहीं, बोर्ड परीक्षा के नतीजे सिर्फ एक पड़ाव
अभिभावकों की अपेक्षाओं के बोझ तले दबे बच्चों के लिए यह दिन खास होगा। लेकिन कतई घबराएं नहीं, बोर्ड परीक्षा के नतीजे महज एक पड़ाव है। इससे कम नंबर वाले छात्रों के सपनों का अंत नहीं होता है। 

कुछ छात्रों को तो शानदार सफलता मिलेगी लेकिन यह भी तय है कि कई परीक्षार्थी शायद अपने परिणाम से उतना संतुष्ट न हों। मनोवैज्ञानिकों एवं प्रधानाचार्यों की राय है कि बोर्ड के रिजल्ट को लेकर बच्चों या अभिभावकों को बहुत परेशान नहीं होना चाहिए। जो होना था वो हो चुका है। यह भी सच है कि परीक्षाओं में मिले अंक कभी भी सफलता का पैमाना नहीं होते। आपको हमारे आसपास कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिन्हें बोर्ड परीक्षाओं में कम अंक मिले लेकिन आज वे राजनीति, लोक प्रशासन, सिनेमा, खेलकूद, संगीत, मेडिकल, इंजीनियरिंग से लेकर कई क्षेत्र में काफी आगे हैं।

यदि उम्मीद से कम अंक भी मिले हैं तो निराश होने की बजाय भविष्य की रणनीति तय करें। अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के साथ संवादहीनता न पैदा होने दें। 

डॉ. अजय मिश्रा (मनोचिकित्सक परामर्शदाता मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय प्रयागराज) ने कहा, शनिवार को दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट आ रहा है। पहले मैं सारे अभ्यर्थियों को बहुत बधाई देना चाहता हूं। यदि किसी कारणवश आपको अपेक्षित सफलता नहीं मिलती तो निराश होने की जरूरत नहीं है। ऐसे मौके पर खुद को निराश न होने दें। माता-पिता बच्चे को किसी भी प्रकार का तनाव न दें। उनको बताएं कि सफलता और असफलता दोनों किसी के साथ भी हो सकती है। उनकी मानसिक स्थिति ठीक रखें और उनके साथ अच्छा समय बिताएं। 

डॉ. कमलेश कुमार (मनोवैज्ञानिक मनोविज्ञानशाला) ने कहा कि परीक्षा परिणाम जो भी उसे प्रसन्नता से स्वीकार करें। बच्चे के साथ बैठकर भविष्य की योजना बनाएं। जो बीत गया उस पर चर्चा करना व्यर्थ है। अपने बच्चे की तुलना किसी और से न करें।

प्रदीप त्रिपाठी (प्रधानाचार्य माधव ज्ञान केंद्र नैनी) ने कहा कि बच्चा जो भी परिणाम लाता है हमें उसका स्वागत करना चाहिए। अभिभावकों को भी चाहिए कि वे बच्चों की ताकत बनें न कि कमजोरी। परीक्षा में प्रत्येक बच्चा अपना श्रेष्ठ देने का प्रयास करता है।

युगल किशोर मिश्र (ज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस) ने कहा, रिजल्ट से घबराएं नहीं। नंबर को महत्व देने की जरूरत नहीं है। जो मेहनत की है उस पर ध्यान दें और आगे का लक्ष्य पाने के लिए अग्रसर हों। अभिभावक भी सहयोग करें।

अंजू चतुर्वेदी (प्रधानाचार्या क्रास्थवेट गर्ल्स कॉलेज) ने कहा, कभी-कभी उम्मीद के अनुसार रिजल्ट नहीं आता। ऐसे में अभिभावकों को समझदारी का परिचय देते हुए बच्चे का साथ देना चाहिए। 

परिणाम आने पर घबराहट होना स्वाभाविक है। लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं। जो भी रिजल्ट आता है उसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ें।
अंजुम अफ्शां, प्रधानाचार्या किदवई मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज
 
अभिभावकों के लिए सुझाव
- बच्चों के साथ संवाद बनाएं, बेवजह कमेंट न करें
- दूसरे बच्चों से तुलना न करें, दूसरों के सामने नीचा न दिखाएं
- रिजल्ट पर बहुत चर्चा की बजाय भविष्य की प्लानिंग करें

पहली बार पांच जिलों में सिलाई वाली कॉपी से हुई थी परीक्षा
यूपी बोर्ड ने 2020 की परीक्षा में पहली बार सिलाई वाली कॉपियों का इस्तेमाल किया था ताकि परीक्षा केंद्रों पर मेधावी छात्र-छात्राओं की कॉपियों में होने वाली हेरफेर रोकी जा सके। यदि यह प्रयोग सफल होता है और इन जिलों से कॉपियों की अदला-बदली की शिकायत नहीं मिली तो आगे अन्य जिलों में भी सिलाई वाली कॉपियों का इस्तेमाल हो सकता है। इस बार प्रयागराज, मथुरा, बलिया, मुजफ्फरपुर और हरदोई में सिलाई की हुई कॉपियों का प्रयोग किया गया था

यूपी बोर्ड रिजल्ट आप www.upnews21.com पर भी देख सकेंगे। अगर आप चाहते हैं कि रिजल्ट घोषित होती ही आपके मोबाइल पर अलर्ट आ जाए तो उसके लिए आप ऊपर दिए गए बॉक्स में अपनी डिटेल्स डालकर रजिस्ट्रेशन कराएं। जैसे ही यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट जारी होगा, आपके मोबाइल पर अलर्ट आ जाएगा जिसमें दिए गए लिंक पर क्लिक कर रिजल्ट चेक कर सकेंगे।

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