असोहा एसओ बोले पत्रकारों से अगर कोई भी पत्रकार मेरी हकीकत निकालता है तो मैं उस पत्रकार को बेइज्जत कर दूंगा
उत्तर प्रदेश न्यूज़ 21मौरावां उन्नाव।
पुरवा -उन्नाव 29 अप्रैल। असोहा थाने की कमान संभाल रहे थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार का अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है,क्षेत्र में अनगिनत स्थानों पर अवैध शराब बिकती है कई स्थानों पर जुंवा होता है।थाना क्षेत्र में घटित कई बड़े अपराध आज तक नहीं खुले।बावजूद एसओ की तानाशाही देखिये खुद नियम तोड़ते हैं और इलाके के सम्भ्रांत जनो को वर्दी की धौंस दिखाकर अपमानितकरते हैं।पत्रकारों को अपमानित करने में एसओ के चर्चे आमजन की जुबान पर हैं।ऐसा इसलिए कि कोई भी पत्रकार एसओ जे विरुद्ध कलम न चला सके।इलाके के ज्यादातर पत्रकार गुस्से में हैं।अंदरखाने बड़े आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार हो रही हैं। पत्रकारों को अपमानित किये जाने की घटनाओं का सिलसिलेवार वर्णन करे तो 27 अप्रैल की शाम कुछ छोटे बच्चे कालूखेड़ा नहर के पास खेल रहे थे बच्चों को मना करने के लिए पावर ऑफ जनाधिकार के क्षेत्रीय पत्रकार अमरदीप पहुचे थे तभी गश्त करते हुए हुये असोहा एस ओ सुरेन्द्र कुमार व चौकी इंचार्ज रजनीकांत पांडेय के मय फ़ोर्स पहुंच गये उक्त दोनो अधिकारियो ने पत्रकार से अभद्र भाषा का प्रयोग किया।पत्रकार बताने पर आई कार्ड देखा सम्बन्धित सम्पादक से पत्रकार होने की जाँच की हैरानी की बात तो यह है कि इतना सब होने के बावजूद भी एसओ सुरेंद्र कुमार ने पत्रकार को पीटा।तानाशाह एसओ की यह हरकत सीसी कैमरे में कैद है।हैरानी की बात तो यह कि आलाधिकारियों से की गयी शिकायत की जाँच में एसओ ने अपने अफसरों से झूठ बोला उन्हें गुमराह किया।
अपराध र अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह फेल हो चुके एसओ का गुस्सा पत्रकारों के ऊपर निकल रहा है पत्रकार अमरदीप को अपमानित कर चुके एसओ व चौकी इंचार्ज कालूखेड़ा चौराहे पर पहुंचे यहां पर मौजूद भारत कनेक्ट समाचार पत्र के प्रतिनिधि शैलेंद्र कुमार जो समाचार संकलन हेतु खड़े थे एसओ ने शैलेंद्र को हड़काना शुरू कर दिया।कहा यहां दिखे तो बेइज्जत कर दूंगा ।बतातें चलें कि पीड़ित ने घटना की शिकायत आलाधिकारियों से की सूत्र बतातें हैं कि आलाधिकारियों की पूंछ तांछ में एसओ ने गुमराह किया। सफाई देते हुए कहा है हमने किसी पत्रकार के साथ कोई अभद्रता नही की।पत्रकारों को अपमानित करने की दोनों घटनाएं सौ फीसदी सच हैं दोनों पत्रकारों ने "आज"से घटना की सच्चाई बताई है सीसी फुटेज दिखया जिसमे पुलिस पत्रकार को पीट रही है।सवाल यह है कि क्या एसओ पहली घटना की साक्षी सी सी टी वी फुटेज को भी नही मानेंगे या आलाअफसरों से झूठ बोल उन्हें गुमराह करने का नाटक करते रहेंग उल्लेखनीय है कि तानाशाह एसओ सुरेंद्र कुमार की कार्यशैली से क्षेत्रीय पत्रकारो मे जबरदस्त गुस्सा है स्थानीय पत्रकार गोलबन्द हैं समय की प्रतीक्षा है अंदरहाते बड़े आंदोलन की रणनीति बन रही है इस संदर्भ में पत्रकारों के लिए समर्पित जनहितकारी ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने लाक डाउन बाद आंदोलन की बात कही है।
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