किसान ही देश की जान है देश की मजबूती है किसान के बिना जमीनी स्तर से लेकर आसमानी स्तर तक के लोग अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते
मौरावां उन्नाव-संवाददाता रोहित कुमार सविता उत्तर प्रदेश न्यूज़ 21 चैनल
किसान ही देश की जान है देश की मजबूती है किसान के बिना जमीनी स्तर से लेकर आसमानी स्तर तक के लोग अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते किसान के बिना देश को एक कदम आगे बढ़ना तो दूर जीवन बचाना भी मुश्किलपड़ जाएगा जबकि वर्तमान परिस्थितियों में लगातार ऐसे माहौल बनते जा रहे हैं जिससे
किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं जबकि किसान ही भगवान का दूसरा रूप है वर्तमान समय में कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए जहां किसानों ने अपने भंडार खोल दिए हैं वहीं उनकी दयनीय स्थिति को देखने वाला कोई नहीं है पिछले दिनों हुई भारी बारिश एवं ओला वृष्टि से उनकी पकी पकाई फसल को काफी नुकसान पहुंचा है जिससे किसान के पास आत्महत्या करने के सिवाय कुछ नहीं बचा है लेकिन अफसोस की बात उनके पक्ष में कोई बात रखने वाला नेता से लेकर के मंत्री तक नहीं दिखाई पड़ता है अगर किसी ने कोई बात उठाई भी तो सिर्फ वह बयानों और मंच तक सीमित रह जाती है जमीनी स्तर पर कोई झांकने वाला नहीं है उक्त बातें ग्राम सभा संदाना निवासी अमित चतुर्वेदी ने किसानों की दयनीय स्थिति को देखते हुए कहीं और मीडिया के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि किसानों की नाजुक स्थिति को देखते हुए उनका संपूर्ण कृषि कर्ज़ एवं सिंचाई का बिजली बिल सरकार को अविलंब माफ कर देना चाहिए जिससे कि ऐसी बदतर हालत में किसानों को अपनी स्थित से उभरने में मदद मिल सके!
किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं जबकि किसान ही भगवान का दूसरा रूप है वर्तमान समय में कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए जहां किसानों ने अपने भंडार खोल दिए हैं वहीं उनकी दयनीय स्थिति को देखने वाला कोई नहीं है पिछले दिनों हुई भारी बारिश एवं ओला वृष्टि से उनकी पकी पकाई फसल को काफी नुकसान पहुंचा है जिससे किसान के पास आत्महत्या करने के सिवाय कुछ नहीं बचा है लेकिन अफसोस की बात उनके पक्ष में कोई बात रखने वाला नेता से लेकर के मंत्री तक नहीं दिखाई पड़ता है अगर किसी ने कोई बात उठाई भी तो सिर्फ वह बयानों और मंच तक सीमित रह जाती है जमीनी स्तर पर कोई झांकने वाला नहीं है उक्त बातें ग्राम सभा संदाना निवासी अमित चतुर्वेदी ने किसानों की दयनीय स्थिति को देखते हुए कहीं और मीडिया के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि किसानों की नाजुक स्थिति को देखते हुए उनका संपूर्ण कृषि कर्ज़ एवं सिंचाई का बिजली बिल सरकार को अविलंब माफ कर देना चाहिए जिससे कि ऐसी बदतर हालत में किसानों को अपनी स्थित से उभरने में मदद मिल सके!
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