राजस्थानी चरवाहे बनकर गौवंशो की तस्करी करने में लगे राजस्थानी,
राजस्थानी चरवाहे बनकर गौवंशो की तस्करी करने में लगे राजस्थानी,
मगर प्रशासन चरवाहों पर कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुट पा रहे
उत्तरप्रदेश न्यूज़21
संवाददाता-अंकित शर्मा
सहार। थाना बेला क्षेत्र के हरपुरा रोड व भुलाहार के बीच शुक्रवार को एक बार फिर राजस्थानी चरवाहे करीब 400 गौवंशो को ले जाते दिखे। और करीब 15 से 20 गौवँशो को हरपुरा रोड व भूलाहार के बीच ग्रामीणों की मदत से रस्सी डालकर जबरन पकडते नजर आए और अपने साथ ले गये।राजस्थान से आये चरवाहे अपने गौवंश गांवो में घुमा रहे है। उसी के साथ गांवो में घूम रहे आवारा गौंवंशो को अपने गौंवंशों के झुंड में कर लेते हैं। जिसके करण गांव में घूम रहे आवारा गौवंश पूरी तरीके से विलुप्त होते दिख रहे हैं। अभी करीब दो महीने पहले सहायल थाना के फतेहपुर भट्टा के पास उप जिलाधिकारी रमापति व पशु चिकित्सा अधिकारी ने पहुंचकर गांव के गोवंशो को राजस्थानी चरवाहों से मुक्त कराया था। मगर चरवाहों के दिमाग में बात उतनी ही देर रही फिर जस का तस देखने को मिला उसके बाद भी करीब 100 लोगों का झुंड टुकड़ो में गौवंश लेकर पूरे जिले में घुम रहा हैं। और गांवो के आवारा गौंवंश जबरन रस्सी से बांधकर अपने साथ ले जा रहे हैं। ये सब देखने के बाद भी जिला प्रशासन चरवाहों के खिलाफ कार्यवाही करने में पूरी तरीके से नाकाम दिख रहा है। वही जब राजस्थानी चरवाहों को औरैया जिले की कई थानो की पुलिस अपने क्षेत्र में देख लेती है तो अपनी सिरदर्दी से बचने के लिये उनको अपने थाने का बार्डर क्रास करा देते है। मगर उससे पुंछना नहीं चाहती कि आप लोग यहां के गौंवंश क्यों पकड़ रहे हैं। वहीं प्रशासन पर तरह तरह के सवाल उठ रहे है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थानी चरवाहों का कहना है कि राजस्थान में सूखा पड़ने के कारण हम अपने गोवंश उत्तर प्रदेश के कई जिलों में चरा रहे है। हम यहां के गौवंशो की कोई तस्करी नहीं कर रहे हैं।
वहीं विधूना उपजिलाधिकारी रमापति का कहना है राजस्थान चरवाहो का मामला संज्ञान में आया है। बेला थाना पुलिस को भेज कर चरवाहों को वहां से निकलवाया जाएगा। पशु चिकित्सक को मौके पर भेजकर गौंवंशो की नस्लें चेक कराई जाएगी।
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