वंदे मातरम होठों पर दिल में भारत रखता हूंदिबियापुर में कवि सम्मेलन, विसंगतियों पर खूब हुए प्रहार
वंदे मातरम होठों पर दिल में भारत रखता हूं
दिबियापुर में कवि सम्मेलन, विसंगतियों पर खूब हुए प्रहार
फोटो- कवि सम्मेलन का शुभारंभ करते कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष हर किशोर तिवारी
उत्तरप्रदेश न्यूज़21
संवाददाता-अंकित शर्मा
दिबियापुर के कमला सिनेमा हॉल में गुरुवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद सहित आधा दर्जन संगठनों की ओर से आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने जमकर व्यंग बाण चलाए। सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार हुए ,प्रेम की मनुहार हुई तो राजनीति की बातें भी हुई।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरि किशोर तिवारी ने किया। पूर्व प्रधानाचार्य सूरज प्रकाश गुप्त, शिक्षक नेता मोहन कृष्ण त्रिवेदी की अध्यक्षता में आयोजित इस कवि सम्मेलन का आगाज भारतीय बालिका विद्यालय औरैया की प्रधानाचार्य एवं कवियत्री गीता चतुर्वेदी की सरस्वती वंदना से हुआ। कवि अजय अंजाम ने एक से बढ़कर एक गीत और मुक्तक सुनाए। उनका यह मुक्तक बेहद पसंद किया गया। मूर्ति सी देह को गंगाजल से छुआ, रातरानी से या फिर कमल से छुआ, उसको छूना मुनासिब न था हाथ से, इसलिए जब छुआ तो गजल से छुआ। इटावा के कवि रोहित चौधरी ने ओज रस से माहौल को गर्म किया।उनकी यह रचना मैं भूषण की सिंह गर्जना ,खुद की ताकत रखता हूं, वंदे मातरम होठों पर और दिल में भारत रखता हूं, युवाओं ने खासतौर पर पसंद की। फिरोजाबाद के प्रवीण कुमार पांडे
ने अपनी रचनाओं के जरिए प्रेम रस के छींटे बरसाए। उनकी यह रचना लोगों के दिलों में छा गई, दिल में बसा के मुझसे निकाला नहीं गया, जब से गए हो मुंह में निवाला नहीं गया। नाजुक थी आपकी कलाइयां बहुत प्रिये, तुमसे पवित्र प्रेम संभाला नहीं गया। कवियत्री गीता चतुर्वेदी ने अहम के पर्वतों को फिर उठाओ देवकीनंदन, व्यथा है बांसुरी को फिर बजाओ देवकीनंदन, खड़े हैं कौरवों के दल ग्रहण है लाज पर भारी, बचानी है अगर गीता तो आओ देवकीनंदन, भी बेहद सराहा गया। हास्य के बड़े कवि लटूरी सिंह लठ ने भी कई रचनाएं पढ़कर माहौल को हल्का फुल्का किया। लोगों का भरपूर मनोरंजन कराया ।इससे पहले सभी कवियों का माल्यार्पण व शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि हरि किशोर तिवारी का विभिन्न कर्मचारी संगठनों की ओर से चांदी का मुकुट, पगड़ी पहनाकर तथा शाल ओढ़ाकर 51 किलो की माला से सम्मान किया गया। संगठनों ने कर्मचारी हितों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रदेश अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए सम्मानित किया।कार्यक्रम में प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश कुमार अग्निहोत्री, प्रधान संघ के कौशल किशोर पांडे, डॉ अरविंद शुक्ला, अमित शुक्ला, मंजुल पांडे, प्रदीप चतुर्वेदी, आरएस यादव, चंद्रकांती मिश्रा,शिक्षक नेता अखिलेश यादव, डिप्लोमा इंजीनियर संघ के विनोद कटिहार ,सरवन सिंह राजपूत, निशांत चतुर्वेदी ,महेश पांडे ,मनु पांडे ,त्रिलोकी अवस्थी, मोहित अवस्थी, विवेक दीक्षित बीजेपी मंडल अध्यक्ष, रिचा शुक्ला, सुरेश कुमार पांडे, सुरेश राजावत आदि प्रमुख रूप से रहे।
इनसेट
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरि किशोर तिवारी ने बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए कहा कि बेरोजगारी के खिलाफ जन आंदोलन चलाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सूबे में लंबे अरसे से बेरोजगारों के हित में कोई कदम नहीं उठाया गया है। राजनीतिक दलों से जुड़े लोग इस मुद्दे पर संवेदनहीन है। जरूरत है गैर राजनीतिक लोग प्रदेश के उच्च सदन में पहुंचे ताकि सबके हित के काम हो सके और कानून बनाए जा सके। उन्होंने शिक्षक स्नातकों से अपने लिए समर्थन की मांग भी की कहा कि वे लंबे अरसे से प्रदेश भर में कर्मचारियों के हितों में संघर्ष करते हुए आवाज बुलंद कर रहे हैं। कर्मचारियों का किसी भी स्तर पर शोषण और उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा।
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