प्रधान व सचिव की मिलीभगत से हुआ लाखों का घोटाला
प्रधान व सचिव की मिलीभगत से हुआ लाखों का घोटाला
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क्रॉसर -- कायाकल्प के कार्य में बड़ी धांधली सामने आई
सहार। ग्राम पंचायतों में सरकारी धन के दुरूपयोग के मामले लगातार प्रकाश मेंं आ रहे है। परन्तु
उच्चाधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार के लिये जिम्मेदार प्रधान व पंचायत सचिव पर काई कार्यवाही नही की जा रही है।
भ्रष्टाचार व वित्तीय अनियमित्ता का नया मामला विकासखंड सहार की ग्राम पंचायत जीवा सिरसानी मेंं सामने आया है। जहां राज्यवित्त आयोग व वित्त आयोग से कराये गये कार्यो मेंं बड़े पैमाने पर धांधली की गयी है। घटिया व गुणवत्ताहीन कार्य कराकर लाखों रूपये का गबन ग्राम प्रधान द्वारा किया गया।
विकासखंड सहार की ग्राम पंचायत जीवा सिरसानी की जनपद की सबसे बड़ी ग्राम पंचायतों मेंं शुमार है। इस ग्राम पंचायत में विकास कार्य कराने के लिये हर वर्ष भारी भरकम बजट पंचायत राज विभाग द्वारा वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग , स्वच्छ भारत मिशन में दिया जाता है।
वित्तीय वर्ष 2019 में वित्त आयोग के अन्तर्गत कई लाख रूपयें का बजट प्राप्त हुआ था। जिसमेंं से बहुत कम रूपयें की धनराशि व्यय की गयी थी। इसी प्रकार राज्यवित्त आयोग के अन्तर्गत बहुत कम रूपये की धनराशि व्यय की गयी। इसी प्रकार 2019-20 मेंं कई लाख रूपये की धनराशि 14 वें वित्त आयोग के अन्तर्गत व्यय किये गये। राज्यवित्त आयोग के अन्तर्गत अब तक व्यय की जा चुकी है।
परन्तु ग्राम पंचायत द्वारा जो विकास कार्य ग्राम पंचायत जीवा सिरसानी मेंं कराये गये है। उनकी गुणवत्ता अत्यंत खराब व मानकविहीन है। उसी प्राथमिक विद्यालय में कुछ दिनों से फर्श पर मरम्मत का कार्य चल रहा है जो टाइल लगाई जा रही है उसके नीचे मसाला लगाना चाहिए लेकिन नीचे बालू विछाई जा रही है ,आक्रोशित ग्रामीणों ने 1076 पर कॉल करके कार्य रुकवाया, निर्माण का कार्य पंचायत में कई लोगों की कॉलोनी किसी की और किसी की बनवाई जा रही है पंचायत जीवा सिरसानी में कई बार शिकायत पर नाली का कार्य नही कराया जा रहा है सड़कों में पानी का भराव रहता
ऐसे कई कार्यो में घटिया किस्म के अन्य मानक विहीन सामग्री का उपयोग किया गया है। शौचालय में भी घटिया किस्म का कराया गया। सीसी रोड़ के निर्माण मेंं घटिया किस्म की बालू, गिट्टी व बजरी का प्रयोग किया गया और सीमेन्ट की मात्रा भी कम है। प्राइमरी स्कूल सिरसानी ,नरायनपुर में भी जो कार्य व शौचालय का निर्माण कराया गया है वह भी गुणवत्ताहीन है।
इसके अलावा ग्राम पंचायत जीवा सिरसानी मेंं अन्य कार्य भी राज्यवित्त आयोग के अन्तर्गत कराये गये है। परन्तु उक्त कार्यो की गुणवत्ता अत्यन्त खराब व मानक विहीन है। निर्माण कार्यो में जो सामग्री उपयोग की गयी है, वह घटिया गुणवत्ता की है। कई परियोजना पर निर्माण कार्यो में डुप्लीकेशी भी की गयी है। पूर्व में विभिन्न संस्थाओं द्वारा कराये गये कार्यो पर थोड़ा बहुत रंग-रोगन कराकर भुगतान निकाल लिया गया। ग्राम पंचायत मेंं सरकारी धन की लूट जिस प्रकार से की गयी।
नाली सफाई के कार्यो पर भी लाखोंं रूपये का भुगतान निकाला गया। ग्राम पंचायत जीवा सिरसानी में प्रधान की देख-रेख मेंं हुये निर्माण कार्यो की गुणवत्ता अत्यन्त खराब है। जिसमेंं ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत है।
नरायनपुर प्राथमिक विधालय के प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र गौतम ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में शौचालय का निर्माण नवंबर 2019 में कराया गया था जो कि मॉडल शौचालय बनना था लेकिन वह अभी भी अधूरा पड़ा है और बच्चों को सौचालय के लिए इधर उधर जाना पड़ता है।वहीं प्राथमिक विद्यालय की छत पूर्णतया फटी रखी है, ए.बी.एस.ए. सहार व खण्ड विकास अधिकारी सहार को 4 महीने पहले शिकायती पत्र दे चुके है, कोई ध्यान नही दे रहा है पता नही प्रशाशन किस घटना का इंतजार कर रही है।
वहीं खण्ड बेसिक शिक्षा अधिकारी यू.पी. सिंह का कहना है कि जो भी कार्य करवाना है वह प्रधानाध्यापक को जी.पी.डी.सी. में समलित करना है,कायाकल्प में सभी चीजें अच्छादित है और ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी से सहयोग लेकर कार्य पूर्ण करने है।
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