पत्रकार को गाली-गलौज के साथ जान से मारने की मिली धमकी।
पत्रकार को गाली-गलौज के साथ जान से मारने की मिली धमकी।
उत्तरप्रदेश न्यूज़21
पत्रकार को निरंतर मिल रही धमकियां, शिकायत के बाद भी प्रशासन नही कर रहा कोई कार्यवाही।
औरैया :- पत्रकार युसूफ खान ख़बरों को लेकर हमेशा से ही सुर्ख़ियों में रहे है। वहीँ उनके पास समय- समय पर कुछ ऐसी भी खबरें आई जिनसे जनहित के मुद्दे, पुलिस से मिलकर अवैध कारोबार, शासकीय हेराफेरी, गबन अवैध वसूली जैसे मामले जुड़े होते हैं। ऐसे मामलों में अक्सर मीडिया को सच्चाई प्रकाशित करने के एवज में खरीखोटी भी सुननी पड़ती है। अगर यही आंकड़ा पूरे देश से जोड़ लिया जाए तो ऐसे कई मामलों में तो पत्रकारों की हत्या तक कर दी गयी है। लेकिन यह कहना भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी की मीडिया की स्वतंत्रता को कुछ गुंडे तत्व के लोग और पुलिस प्रशासन हमेशा दबाने में लगे हुए हैं। इससे औरैया भी अछुता नहीं है। वही पत्रकारों ने कई बार राज्य और प्रदेश की सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की। मगर कोई भी सरकार सभी तक पत्रकारों के लिए कोई ठोस कानून नही बना पाई। ऐसी स्थति में यह साफ़ हो रहा है की जनता तक भ्रष्टाचार, योजनाओं, अवैध कारोबार और अन्य गतिविधियों को पहुँचाने वाले लोकतंत्र के चौथे स्तंभ माने जाने वाले पत्रकार, मीडिया की दुर्दशा क्या और कैसी है।
ऐसे ही कुछ ख़बरों की श्रृंखला को प्रकाशित किये जाने के साथ खानपुर औरैया के अवैध कारोबारियों की हकीकत जनता और शासन, प्रशासन तक लेजाने के उद्देश्य से पत्रकार यूसुफ खान पूरे मामले की तह तक जाने की जद्दोजहत में लगे हुए थे। मगर ये बात अवैध कारोबारियों और पुलिस प्रशासन को नागवार गुजरी तो रातों रात योजना बनाकर ईद के सुबह अवैध क़ारोबारियों ने पत्रकार पर जान लेना हमला कर दिया। वही योजनावद्ध तरीके से मौके पर पहुची कोतवाली पुलिस ने भी उल्टा घायल पत्रकार पर ही मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। जेल से आने के बाद पत्रकार बराबर प्रशासनिक कार्यालयों की चक्कर काट कर न्याय मांगता रहा मगर उसे कही से न्याय नही मिला। तो हताश होकर कुदरत के फैसले को लेकर बैठ गया। मगर उससे के बाद खानपुर के लोगो द्वारा लगातार गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी गई जिसको नजर अंदाज करता रहा। मगर जुबेर अहमद मंसूरी और शालू द्वारा लगातार गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दिए जाने के बाद पत्रकार ने सीओ सिटी को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। वही पत्रकार का कहना है अगर इस बार भी प्रशासन से कोई न्याय न मिला तो मजबूरन कलम की जगह हथियार उठाकर दुश्मनों का खात्मा कर इस जिल्लत भरी जिंदगी से आत्महत्या करना बहरत समझेगा। जिसका जिम्मेदार औरैया पुलिस प्रशासन होगा।
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