मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी से डरी पुलिस
मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी से डरी पुलिस
संपादक-अदित्य शर्मा
उत्तरप्रदेश न्यूज़21 : यतीमखाना में शनिवार को हुए बवाल में नामजद सुन्नी उलमा काउंसिल के महामंत्री हाजी सलीस रविवार को खुद ही पुलिस के सामने आ गए। यह पुलिस की मजबूरी थी या कोई रणनीति, सलीस सामने थे लेकिन पुलिस न तो उन्हें गिरफ्तार कर सकी और न ही पूछताछ की। सलीस ने पुलिस-प्रशासन की बैठक में मौजूद रहकर अपनी नामजदगी का मुद्दा भी उठाया। जब उन्हें किसी का समर्थन नहीं मिला तो उन्होंने बाहर कर बैठक में मौजूद दो शहर काजी पर गंभीर आरोप मढ़ डाले
।हिसा की आग में जल रहे यतीमखाना और बाबूपुरवा में बवाल के बाद प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने मुस्लिम प्रमुखों और धर्मगुरुओं के साथ हलीम कॉलेज में बैठक की।
बाहर आकर हाजी सलीस ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि दो शहर काजियों ने उन्हें फंसाया है। पूर्व में सिमी को लेकर मुझे गिरफ्तार किया गया था लेकिन कोर्ट ने बरी कर दिया था। सलीस बोले, प्रदर्शनकारी बाबूपुरवा में गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे। मैने रिहा होने की जानकारी देकर यतीमखाना पर जुटी भीड़ को तलाक महल की तरफ मोड़ा तभी शहरकाजी मौलाना आलम रजा खां नूरी व शहरकाजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी ने नानपारा मस्जिद के लाउडस्पीकर से आरोपितों के छोड़े जाने के बजाए छोड़ने के आश्वासन का एलान कर दिया। दो अलग-अलग बातें सुनकर भीड़ उन्मादी हो गई और हंगामा हो गया। --------------
हाजी सलीस अपने हैं। वह जो इल्जाम लगा रहे हैं, उसे भी हम सुनेंगे। इसी बहाने वह हमें याद तो कर रहे हैं।
मौलाना आलम रजा खां नूरी, शहरकाजी
पुलिस ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। हाजी सलीस जानें, खुफिया और पुलिस जाने। हमसे क्या मतलब है?
हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी, शहरकाजी
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