दिवंगत राजमाता शांता सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा आयोजित
*दिवंगत राजमाता शांता सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा आयोजित*
■ *राजमाता व क्षेत्र की प्रथम "बहाई" महिला विद्वान को याद कर भावुक हो गए क्षेत्रीय जन*
■ *सर्व धर्म समभाव का उदाहरण प्रस्तुत कर विभिन्न धर्मों के विद्वानों ने पढ़े पवित्र ग्रंथ*
घनश्याम सिंह
औरैया: जनपद के मल्हौसी स्टेट की दिवंगत राज माता शांता सिंह की आत्मा की शांति के लिए मल्हौसी में प्रार्थना सभा आयोजित की गई,जिसमें क्षेत्र के लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।।
मल्हौसी स्टेट की गढ़ी प्रांगण में आयोजित प्रार्थना सभा में दिवंगत राजमाता व क्षेत्र की प्रथम बहाई महिला विद्वान शांता सिंह के निधन पर उन्हें क्षेत्र वासियों,परिजनों,बहाइयों ने भावभीनी श्रद्दांजलि प्रकट की,इस मौके पर राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा भारत के सदस्य डॉ. रामसेवक यादव की अध्यक्षता में "किथ एन किन" स्कूल की शिक्षिकाओं इशिता सिंह,अंशिका,शबा आदि ने सामूहिक रूप से प्रार्थनाएं कर कार्यक्रम की शरुआत की,इस मौके पर राजमाता की बेटी सीमा सिंह,श्रद्धा सिंह,पौत्र ध्रुव सेंगर ने पवित्र लेख पढ़े व मृतकों की प्रार्थनाएं कीं,इस मौके पर यज्ञाचार्य गणेश शंकर ने श्रीमदगीता में वर्णित "आत्मा" पर आधारित ईश्वरवतार श्रीकृष्ण द्वारा प्रकटित श्लोकों का सस्वर पाठ किया,प्रार्थना सभा में पेश इमाम हाफ़िज़ बकारी ताहिर हुसैन सिद्दकी ने कुरान की आयत पढ़ते हुए बताया कि हर जानदार चीज को मौत का मजा चखना है,दुनियां का यही सच है,इस मौके पर राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा भारत के सदस्य डॉ रामसेवक यादव ने पवित्र बहाई लेखों में वर्णित आत्मा के संबंध में कहा कि "आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक से आकर मानव शरीर में दर्पण और प्रकाश की भांति कार्य करती है,जन्म के बाद समझ विकसित होने पर जो मनुष्य ईश्वरीय गुण धारण करता है,वह सदगति को प्राप्त होता है,जो ईश्वरीय गुणों की अनदेखी करता है वह दुर्गति को प्राप्त होता है,उन्होंने बताया कि धर्म प्रगतिशील होता है,ब के लिए अवतार भेजता है,उन्होंने बताया कि राजमाता ने अपने पति क्षेत्र के प्रथम बहाई व मल्हौसी स्टेट के राजा बना साहब उर्फ लाल हरवंश सिंह सेंगर की प्रेरणा से 1961 में बहाई धर्म की शिक्षाएं स्वीकार कर राज बैभव त्याग दिया था और समाज सेवा,महिला कल्याण,शिक्षा में पति के कदम से कदम मिलाकर खुद को समर्पित कर दिया था,प्रार्थना सभा में राजमाता के आदर्शों व समाजसेवा के उदाहरण देते हुए वयोवृद्ध समाजसेवी अमीर बख़्श रो पड़े,प्रार्थना सभा में क्षेत्र के संभ्रांतजन,राजनीतिज्ञ, शिक्षक रचना सिंह सेंगर,हरवंश सिंह,इंद्रपाल सिंह राणा,प्रयाग नारायण,राजेश कुमार सिंह चौहान,नरेंद्र बहादुर सिंह,जय विजय सिंह,आशाराम दुबे,जीत सिंह राणा,विजय कुशवाहा आदि व विभिन्न क्षेत्रों से आये बहाई धर्मावलंबियों ने दिवंगत राजमाता के बेटे रोहित सेंगर व परिजनों को सांत्वना देकर राजमाता की समाजसेवा की सराहना की।।
फ़ाइल फ़ोटो 1-राजमाता
फ़ोटो 2-प्रार्थनाएं करतीं शिक्षिकाएं
फोटो 3-/4/5/6/7 संबोधित करते व
श्रद्धांजलि देते क्षेत्रीय जन
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