जानिए बुधवार को नागरिकता संसोधन बिल में क्या नया इतिहास रचा
उत्तरप्रदेशन्यूज़21 (दिबियापुर औरैया)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी ने बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल के जरिए सदन में एक नया इतिहास रचा है।
इस जोड़ी ने एक बार फिर अपनी रणनीति का लोहा मनवाया है। नागिरकता संशोधन बिल को लेकर एक तरफ सदन से पूर्वोत्तर की सड़कों तक पर भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। बावजूद गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा और फिर बुधवार को राज्यसभा में आसानी से बिल को पास करा लिया। इन सबके बीच जनता के मन में कई सवाल हैं। मसलन सरकार ने इतने विरोध के बावजूद दोनों सदन में आसानी से इस बिल को कैसे पास करा लिया? भाजपा पहले से ही इस बिल के पास होने को लेकर कैसे आश्वस्त थी? कांग्रेस के दबाव में बिल के विरोध में खड़ी हुई शिवसेना ने इसके खिलाफ वोट करने की जगह, राज्यसभा से वॉक आउट क्यों किया? आइये हम आपको बताते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
बिना लंच ब्रेक 9 घंटे चली राज्यसभा
संपादक -आदित्य शर्मा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी ने बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल के जरिए सदन में एक नया इतिहास रचा है।
इस जोड़ी ने एक बार फिर अपनी रणनीति का लोहा मनवाया है। नागिरकता संशोधन बिल को लेकर एक तरफ सदन से पूर्वोत्तर की सड़कों तक पर भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। बावजूद गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा और फिर बुधवार को राज्यसभा में आसानी से बिल को पास करा लिया। इन सबके बीच जनता के मन में कई सवाल हैं। मसलन सरकार ने इतने विरोध के बावजूद दोनों सदन में आसानी से इस बिल को कैसे पास करा लिया? भाजपा पहले से ही इस बिल के पास होने को लेकर कैसे आश्वस्त थी? कांग्रेस के दबाव में बिल के विरोध में खड़ी हुई शिवसेना ने इसके खिलाफ वोट करने की जगह, राज्यसभा से वॉक आउट क्यों किया? आइये हम आपको बताते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
बिना लंच ब्रेक 9 घंटे चली राज्यसभा
जैसी की उम्मीद थी बुधवार दोपहर करीब 12 बजे गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जैसे ही नागरिकता संशोधन बिल पेश किया, विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। सरकार के सामने बिल पर बहस कराने के साथ ही बुधवार को ही इसे सदन में पास कराने की चुनौती थी। शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन है। इन दो दिन (गुरुवार व शुक्रवार) में भी कई बिल पेश होने हैं। लिहाजा बुधवार को करीब नौ घंटे तक चली राज्यसभा में लंच ब्रेक तक नहीं हुआ। विपक्ष के तमाम संशोधनों पर वोटिंग कराने के बाद बिल रात करीब 8:45 बजे वोटिंग के जरिए राज्यसभा में पास हुआ।
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