अयोध्या पर कोर्ट के फैसले से इकबाल अंसारी खुश, तो ओवैसी नाराज, जानें किसने क्या कहा
- Reactions on Ayodhya verdict:
-विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि पूरे विश्व में आज का दिन हिंदुओं के लिए प्रसन्नता का दिन है। हम भारत सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह उच्चतम न्यायालय की ओर से दिये निर्देशों पर त्वरित कदम उठाएगी। उच्चतम न्यायालय का आदेश अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण की दिशा में एक निर्णायक कदम है। राम मंदिर के लिए 60 फीसदी खंभे और बीम तैयार हैं।
-राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालीं साध्वी ऋतंभरा की प्रतिक्रिया
- राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालीं साध्वी ऋतंभरा ने कहा है कि इस फैसले से वह बहुत आनंदित हैं। उन्होंने कहा कि उनके जीवन का उद्देश्य पूरा हो गया है। एक कविता सत्य की ही जीत है फिर से रहेगी, रवि उदय पर रात यह खुद ही कहेगी से उन्होंने वीडिओ संदेश जारी किया है।
- राहुल गांधी ने क्या कहा-
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''उच्च्तम न्यायालय ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है।
-जामा मस्जिद प्रशासन का पक्ष- इस निर्णय के बाद हम फैसले की कॉपी को पढ़ेंगे उसके बाद कुछ कहेंगे। लीगल एडवाइजर से बात करने के बाद कोई बयान जारी करेंगे।
-हम भारत सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह उच्चतम न्यायालय की ओर से दिये निर्देशों पर त्वरित कदम उठाएगी: विहिप के आलोक कुमार ने कहा।
- पूरे विश्व में आज का दिन हिंदुओं के लिए प्रसन्नता का दिन है: विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार
- हमें खैरात में 5 एकड़ जमीन नहीं चाहिए- ओवैसी
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असंतुष्टि जताई और कहा कि मैं इस फैसले से संतुष्ट नहीं हूं। साथ ही मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ओवैसी ने ये कहकर मानने से इनकार कर दिया कि हम खैरात की जमीन नहीं ले सकते। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका निजि विचार है, मगर सुन्नी बक्फ बोर्ड को इसका फैसला लेना है कि वह इस जमीन के प्रस्ताव को मानते हैं या नहीं।
- बाबा रामदेव का बयान:
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि आज सत्यमेव जयते चरितार्थ हुआ है। बाबा रामदेव ने कहा कि मंदिर निर्माण में मुस्लिम और मस्जिद बनाने में हिंदुओं को सहयोग देना चाहिए। वहीं, आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए शनिवार को कहा कि इससे हिंदू तथा मुस्लिम समुदायों के सदस्यों को ''खुशी तथा राहत मिली है।
- सभी मिलकर राम मंदिर बनाएंगे- संघ प्रमुख मोहन भागवत
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आरएसएस का बयान आया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मीडिया को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या फैसले पर पर उन्होंने पूरे देश से भाईचारा बनाए रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस फैसले को जय और पराजय की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब हम सभी मिलकर राम मंदिर बनाएंगे।
- पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
- यूपी सुन्नी वक्फबोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी बोलेः हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। अदालत द्वारा अयोध्या में दी जा रही पांच एकड़ जमीन लेने न लेने पर फैसला बाद में लेंगे। शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज होना ही था। सत्तर साल तक शिया वक्फबोर्ड खामोश क्यों रहा।
बरेली: आला हजरत दरगाह का बयान
तन्ज़ीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है, ये फैसला बहुत संतुलित है दोनों सम्प्रदायिक के हितों में है और दोनों कि जीत हुई है और सालों से चले आ रहे विवाद का खात्मा हुआ।
श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं। मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूं कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें। मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा है। यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि दशकों से चले आ रहे श्री राम जन्मभूमि के इस कानूनी विवाद को आज इस निर्णय से अंतिम रूप मिला है। मैं भारत की न्याय प्रणाली व सभी न्यायमूर्तियों का अभिनन्दन करता हूं।
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