प्रशासन ने अल्पसंख्यक बस्ती में लगाई भाईचारे की पाठशाला
प्रशासन ने अल्पसंख्यक बस्ती में लगाई भाईचारे की पाठशाला
उरई (जालौन आदित्य शर्मा- शहर के बजरिया स्थित कादरी चौराहे पर प्रशासन ने एक सभा का आयोजन किया जिसमे अयोध्या प्रकरण पर सर्वोच्य न्यायलय का फैसले पर चर्चा हुई।प्रशासन ने खुले शब्दों में कहा कि जो असमाजिक लोग भ्रामक अफवाहें फैलाये वो सोच ले कि जेल उनका इंतजार कर रही है। आम जनता से कहा कि उन भ्रामक अफवाहों पर ध्यान केंद्रित न करे बल्कि उस सन्देश को वही दफन करने का प्रयास करे। यदि ऐसे मैसेज लगातार आ रहे तो इसकी सूचना पुलिस को दे जिससे उक्त व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। दादूपुरा मस्ज़िद के इमाम हाजी यूसुफ कादरी ने कहा की फैसला जैसा भी हो उसको तसलीम करना हमारी ज़िम्मेदारी है। क्यों की देश की सबसे बड़ी अदालत का फैसला बहुत सोच समझकर दिया जाएगा। उरई के जाने माने शायर शफीकुर्रहमान कश्पी ने कहा की सर्वोच्य न्यायायलय का फैसले से मुह मोड़ना देश के कानून से अविश्वास जैसा है । इसलिए फैसला जो भी हो उसे तस्लीम करे। शफीकुर्रहमान कश्पी ने अपने शायराना अंदाज में कहा कि मैं कहता हूं प्यार से मसला हल कर लो, कुछ के अल्लाह राम बिगड़ने लगते है।
एसपी जालौन डा. सतीश कुमार ने कहा की जब जालौन में दशकों पुराने विवाद जिसमे आस्था,रोजी रोटी भी जुड़ी थी लेकिन फिर भी आपने स्वीकृति सरकार के हाईवे को दे दी तो मै यकीन के साथ कह सकता हूँ कि मेरे जिले के लोग माननीय सर्वोच्य न्यायायलय के फैसले को दिल से स्वीकार करेंगे और देश की एकता और अखण्डता पर कोई आंच नही आने देंगे
उन्हेंने ये भी कहा की शोशल मीडिया पर नज़र रखे उस पर भड़काऊ मैसेज को डिलीट करे यदि ऐसे भड़काऊ मैसेज बार बार आते है तो हमे सूचित करे उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। एडीएम कहा कि कालपी के दशकों पुराने विवाद का हल बिना विवाद के निपटना बताता है कि जिले के लोग समझदार है। इसलिए फैसले से न किसी की जीत नही ,और किसी की हार नही होती। फैसले को अच्छे से स्वीकार करना चाहिये क्योंकि आप के हल्ला गुल्ला करने से फैसला बदल नही जाएगा। इसलिए अदालत के फैसले को लेकर न भड़काऊ बात करे न करने दे यदि कोई गन्दे विचार का व्यक्ति समाज मे द्वेष भावना फैलता है तो उसका लिए जेल इंतज़ार कर रही है।
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